लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में अपने एक्ट में बदलाव करने की तैयारी कर रहा है. एक्ट में बदलाव के साथ ही विश्वविद्यालय अपने कॉलेजों में नई शिक्षा नीति के तहत डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्सोंं का संचालन शुरू कर पाएगा. मौजूदा समय में विश्वविद्यालय के एक्ट में डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स पढ़ाने का अधिनियम नहीं है. ऐसे में नई शिक्षा नीति के तहत मल्टीपल एग्जिट व एंट्री को लागू करने के लिए विश्वविद्यालयों को पहले अपने एक्ट में संशोधन करना होगा. तभी विश्वविद्यालय से संबंद्ध इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों में नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए प्राविधिक विश्वविद्यालय में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने की सरकार से अनुमति मांगी है. ज्ञात हो कि प्रदेश में मौजूदा समय में प्रदेश में राज्य सरकार की तीन प्राविधिक विश्वविद्यालय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ, पंडित मदन मोहन मालवीय प्राविधिक विश्वविद्यालय गोरखपुर, हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय कानपुर का संचालन होता है.
प्राविधिक विश्वविद्यालय में शुरू होंगे डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स, तभी लागू हो पाएगी नई शिक्षा नीति
नई शिक्षा नीति के तहत डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) में अपने एक्ट में बदलाव करेगा. इसके बाद डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स के संचालन का रास्ता साफ हो जाएगा.
मुख्यमंत्री व शासन को इस संबंध में भेजा है प्रस्ताव :डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के एक्ट में संशोधन कराने का प्रयास शुरू हो गया है. विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्रोफेसर जेपी पांडेय ने इसके लिए मुख्यमंत्री वैदिक शिक्षा के प्रमुख सचिव को प्रस्ताव भेज रहे हैं. कुलपति प्रोफेसर पांडेय ने बताया कि विश्वविद्यालय के अधिनियम के अनुसार केवल स्नातक व परास्नातक विश्व के ही कोर्स विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी डिग्री कॉलेजों में पढ़ाए जा सकते हैं. ऐसे में नई शिक्षा नीति के प्रारूप को लागू करने के लिए सबसे पहले विश्वविद्यालय के अधिनियम में संशोधन करना होगा. इसी को संशोधित कर आने के लिए मुख्यमंत्री व शासन को प्रस्ताव भेजा जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर सारी चीजों से अवगत भी करा दिया गया है. मुख्यमंत्री ने नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए विश्वविद्यालय के एक्ट में संशोधन करना है. इसके लिए जो भी जरूरी कदम होंगे वह जल्द उठाने के आश्वासन दिया है. कुलपति ने बताया कि कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही राज्यपाल ने उन्हें विश्वविद्यालय को नैक ग्रेडिंग और नई शिक्षा नीति को लागू करने का दायित्व दिया है. जिसे उन्होंने 1 वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
कॉलेजों में डिप्लोमा के नाम पर पॉलिटेक्निक्स के कोर्स : प्राविधिक विश्वविद्यालय से संबद्ध इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेजों में डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स के नाम पर पॉलिटेक्निक से मान्यता प्राप्त डिप्लोमा विषयों का संचालन किया जाता है. इसके लिए प्राविधिक विश्वविद्यालय के कालेजों को अलग से मान्यता लेनी होती है. कुलपति का कहना है कि विश्वविद्यालय के उच्च स्तरीय शिक्षण व्यवस्था है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो नए सत्र से नई शिक्षानीति लागू करने के साथ ही विश्वविद्यालय खुद के डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करेगा. इस प्रस्ताव के मंजूरी मिलने के बाद सभी प्राविधिक विश्वविद्यालय में डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स की अनुमति मिल जाएगी. इससे प्रदेश के करीब पांच लाख से अधिक विद्यार्थियों को फायदा होगा.
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