लखनऊ: अखिलेश यादव ने शनिवार को ईद-उल-अजहा के मौके पर ईदगाह पहुंचकर फरंगी महली संग उलेमा को बधाई दी. इस दौरान अखिलेश ने कहा कि हमें एक-दूसरे से मिलने का मौका और प्रेम-सम्मान देते हैं. फिलहाल कोविड-19 के चलते त्योहारों को मनाने का तरीका भी बदल गया है.
अखिलेश ने यूपी सरकार पर कसा तंज. अखिलेश यादव ने ऐशबाग ईदगाह पहुंचकर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली संग उलेमा को बकरीद की मुबारकबाद दी. इस दौरान मीडिया से बातचीत में अखिलेश ने प्रदेशवासियों को भी ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी. अखिलेश ने कहा कि वैश्विक महामारी से हमारे त्योहार फीके हो गए हैं. महामारी को देखते हुए लग रहा है कि कोविड अभी जाने वाला नहीं है. यह बात सरकार और एजेंसियां भी स्वीकार कर रही हैं. हमें इस वायरस के साथ लंबे समय तक रहना होगा.
उन्होंने कहा कि जब तक वैक्सीन और इलाज का पुख्ता प्रोटोकॉल नहीं आता तब तक हम सबको खुद ही बचाव कर रहना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इस महामारी ने हमारी अर्थव्यवस्था को चौपट किया है. अर्थव्यवस्था लगातार नीचे जाती जा रही है. अखिलेश ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था कहां जाकर रुकेगी, इसके बारे में किसी को नहीं पता है. उन्होंने कहा कि इस महामारी में लोगों की नौकरियां चली गईं और कारोबार थम गया. सबसे ज्यादा चुनौती इस समय पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के सामने है. अगर हमारी स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो जाएंगी तो हम इस महामारी से लड़ने में कामयाब होंगे.
अखिलेश ने कहा कि यह सरकार और उनकी तैयारियों के लिए यह चैलेंज है. यह सत्य है कि साढ़े तीन साल में भाजपा की सरकार को जो तैयारी करनी चाहिए थी. वे काम स्वास्थ्य विभाग में पहले ही शुरू हो गए थे. ये कार्य अगर पूरे हो गए होते तो आम लोगों को इतनी परेशानी और दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता.
प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान इतनी घटनाएं हो जाना बहुत चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को कानून व्यवस्था से कोई लेना-देना नहीं है. साथ ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो ठोंको नीति पर काम करते हैं, वे कानून व्यवस्था कैसे दुरुस्त करेंगे ?