लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए रणनीति बनानी शुरू कर दी है. अखिलेश यादव ट्विटर के साथ-साथ प्रदेश के जनपदों का दौरा भी कर रहे हैं. इसके साथ ही मंदिर मस्जिद गुरुद्वारों पर मत्था भी टेक रहे हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री सिर्फ ट्विटर पर सक्रिय नजर आते थे. यही कारण रहा कि चाहे प्रदेश में हुए सात विधानसभा उपचुनाव का मामला हो या विधान परिषद चुनाव का मामला समाजवादी पार्टी को अपनी परंपरागत सीटों से भी हाथ धोना पड़ा.
विस उपचुनाव में अखिलेश ने नहीं किया था प्रचार
विधानसभा उपचुनाव में भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने किसी भी प्रत्याशी का प्रचार करने तक नहीं गए. जिसको लेकर समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी दबी जुबान से अपनी नाराजगी भी जाहिर कर चुके हैं. अखिलेश यादव ने जिस तरह से अपना ट्रेंड बदलते हुए मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों, गिरजाघरों के धर्मगुरु से मिलने के साथ ही प्रदेश के जनपदों का दौरा कर रहे हैं. निश्चित रूप से इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लग गए हैं.
अखिलेश की सक्रियता पर क्या कहती है कांग्रेस
अखिलेश यादव की सक्रियता के सवाल पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि अखिलेश की सक्रियता कांग्रेस की मेहनत का नतीजा है. जिस तरह से कांग्रेस संगठन मजबूत करने के लिए पंचायत स्तर पर कार्यक्रम कर रही है. इससे सपा को यह लग रहा है कि कहीं हम पिछड़ न जाएं इसलिए अखिलेश यादव ने पूर्वांचल के जनपदों के दौरे करना शुरू कर दिए कांग्रेस प्रवक्ता का कहना है कि यूपी में भाजपा की लड़ाई कांग्रेस से हैं.