लखनऊ : काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के लोकार्पण के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर सियासत गरमा गई है. दरअसल, प्रधानमंत्री द्वारा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण और वहां हो रहे कार्यक्रमों को लेकर अखिलेश यादव ने कहा है कि काशी एक अच्छी जगह है, और अंतिम समय में वहां पर जाना ही चाहिए. अखिलेश के इस बयान के जवाब में भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा ने कहा कि काशी, मथुरा, अयोध्या के प्रति दुर्भावना रखने वाली समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो की यही वास्तविक भावना है. क्या वह मानते हैं कि उनका यह बयान माफी योग्य है.
ज्ञात हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) परियोजना का लोकार्पण किया. इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसके साथ ही यह कार्यक्रम करीब महीना भर चलेंगे. कॉरिडोर के लोकार्पण होने के बाद मीडिया ने जब अखिलेश यादव से इस पर उनकी प्रतिक्रिया मांगी तो अखिलेश यादव ने कहा- बनारस एक बहुत अच्छी जगह है. यहां जाते रहना चाहिए. अंतिम समय में तो जरूर जाना चाहिए. उन्होंने अपने इस बयान के आगे और कुछ नहीं कहा.
गौरतलब है कि इससे पहले समाजवादी पार्टी की ओर से दावा किया गया था कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का उनकी सरकार में कैबिनेट से अनुमोदन करके करोड़ों रुपए पास करवाए गए थे. यह परियोजना समाजवादी पार्टी के वक्त की है. जिसका जवाब उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से फैक्ट चेक के तौर पर दिया गया. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से कहा कि 2012 से लेकर 2017 के बीच में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के संबंध में यूपी कैबिनेट में एक भी प्रस्ताव नहीं पास हुआ. यह सूचना पूरी तरह से भ्रामक और असत्य है.
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वहीं, अखिलेश यादव के आज के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने इस संबंध में अपना एक बयान जारी किया है. राकेश त्रिपाठी ने कहा है कि राजनीतिक विरोध अपनी जगह है, लेकिन इस बयान के लिए अखिलेश यादव को माफी भी नहीं दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में लोकप्रिय भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति ऐसी मंशा ? अखिलेश यादव का बयान माफी के योग्य भी नहीं है.