उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

सरकारी आतंक को कैसे झेल पाएंगे व्यापारी: अखिलेश यादव

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसानों, व्यापारियों और प्रवासी मजदूरों के मुद्दों को लेकर योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, सरकार की उदासीनता और अदूरदर्शिता से प्रदेशवासियों के सामने बहुत बड़ी समस्या पैदा हो रही है.

Akhilesh Yadav
Akhilesh Yadav

By

Published : May 28, 2020, 12:53 AM IST

लखनऊ:समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोगों के सामने रोजगार और रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया. पूरे प्रदेश को ठप कर सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जो ढोल पीटा था, वह असफल हो गया है.

छोटे व्यापारी प्रताड़ित किए जा रहे

अखिलेश यादव ने कहा कि, सरकार न व्यापारियों की कोई मदद कर रही है और ना ही दुकानों को खोलने के लिए कोई स्पष्ट दिशा निर्देश हैं. अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि, प्रदेश में बड़ी संख्या में छोटे व्यापारी प्रताड़ित किए जा रहे हैं. सरकारी अधिकारी और कर्मचारी व्यापारियों के ऊपर जबरन जुर्माना ठोक रहे हैं.

डंडे के बल पर आतंक कायम

सपा अध्यक्ष ने कहा कि दो महीने के लॉकडाउन के चलते पहले से ही भुखमरी के कगार पर पहुंच गए व्यापारी अब इस सरकारी आतंक और जुर्माने को कैसे झेल पाएंगे. डंडे के बल पर सरकारी कर्मचरियों और अधिकारियों ने व्यापारियों में डर और आतंक कायम कर रखा है. लोकतंत्र में यह अन्यायपूर्ण व्यवस्था अवैधानिक और अनैतिक है. उन्होंने कहा कि, लॉकडाउन में बाजार बंदी से सर्वाधिक प्रभावित छोटे व्यापारी हुए हैं और सरकार ने रोज कमाकर खाने वाले को भी राहत नहीं दी है.

अखिलेश यादव ने कहा कि, लाखों की संख्या में छोटे व्यापारी और दुकानदार भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. लॉकडाउन के कारण छोटे व्यापारी तबाह हो चुके हैं, उनके लिए घर परिवार चलना मुश्किल हो गया है. दो महीने से दुकानें बंद है. दुकानों में रखा सामान खराब हो रहा है. किराए पर दुकान लेकर काम करने वाले व्यापारियों पर किराया बढ़ता जा रहा है.

व्यापारियों को लेकर सरकार की कोई रणनीति नहीं

इसके साथ ही अखिलेश ने कहा कि, प्रदेश सरकार इन व्यापारियों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है और ना ही इनको लेकर कोई रणनीति बनायी गई है है. अखिलेश ने पूछा कि, मुख्यमंत्री की टीम इलेवन की बैठक में इन समस्यायों पर चर्चा क्यों नहीं होती. सरकार किसानों, मजदूरों, व्यापारियों और गरीबों की रोजी-रोटी से जुड़े मामलों के फैसले क्यों नहीं लेती है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details