लखनऊ:समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘विश्व पर्यावरण दिवस‘ पर सपा मुख्यालय में पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व के 16 फीट ऊंचे दो पारिजात वृक्ष लगाए. अखिलेश यादव ने कहा कि मानव जब तक वृक्षों के प्रति संवेदनशील नहीं होगा, तब तक प्रदूषण से मुक्ति नहीं मिल सकती है. मानवता के लिए पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण आवश्यक है. भाजपा सरकार से यह आशा नहीं की जा सकती है कि वह प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाएगी. समाज में तमाम तरह के प्रदूषण फैलाने के लिए भाजपा ही जिम्मेदार है.
अखिलेश यादव ने कहा कि पर्यावरण के संतुलन को बिगाड़े रखना भाजपा का प्रिय एजेण्डा है. इसे वह हथियार की तरह राजनीति में इस्तेमाल करती है. भाजपा ने पिछले वर्षों में वृक्षारोपण का दिखावा भर किया, उनकी संख्या मुख्यमंत्री के अंकगणित की भेंट चढ़ गई. कितने वृक्ष लगे और कितने जीवित बचे, इसका कहीं ब्यौरा उपलब्ध नहीं है. समाजवादी सरकार के कार्यकाल में करोड़ों की संख्या में वृक्षारोपण के कार्यक्रम चलाए गए थे. वे तमाम वृक्ष इसलिए जीवित बचे हुए हैं, क्योंकि उनका रख-रखाव उसके बाद भी किया गया.
सपा सरकार में हुआ वन क्षेत्र का विस्तार
समाजवादी सरकार में वन क्षेत्र का विस्तार हुआ था. लखनऊ के गोमतीनगर में स्थित डॉ. राममनोहर लोहिया पार्क और 400 एकड़ जमीन पर बना जनेश्वर मिश्र पार्क में देशी-विदेशी वृक्षों के साथ सुंदर फूलों की क्यारियां भी है, जहां सुबह शाम बड़ी भीड़ जुटती है. यह एशिया का सबसे बड़ा पार्क है. लखनऊ में गोमती के दोनों तटों का सौंदर्यीकरण हुआ. इसके रिवरफ्रंट की अलग शान है. देश का सबसे लम्बा ग्रीनफील्ड आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे भी समाजवादी सरकार की देन है.
सपा सरकार में शुरू हुआ 16 फीट के पौधों का रोपण
समाजवादी पार्टी और सरकार पर्यावरण के प्रति गम्भीर और सजग थी, इसलिए उसके कार्यकाल में ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण संरक्षण के काम किए गए. पहले वृक्षारोपण में 5 फीट ऊंचे पौधे लगाए जाते थे, जबकि समाजवादी सरकार ने 16 फीट के पौधों का रोपण शुरू कराया. नदियों की सफाई के साथ तालाबों के सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया गया.
5 करोड़ पौधरोपण का रिकार्ड गिनीज बुक में दर्ज
बुन्देलखण्ड में एक दिन में 5 करोड़ पौधरोपण का रिकार्ड गिनीज बुक में दर्ज है. दुधवा नेशनल पार्क में गेस्टहाउस एवं कैन्टीन बनी. चरखारी महोबा सहित बुन्देलखण्ड में 100 तालाबों का जीर्णोद्धार और 7300 किलोमीटर नहरों का निर्माण हुआ. कन्नौज के लाख बहोसी पक्षी विहार का सुंदरीकरण हुआ.