लखनऊ :यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, अखिलेश यादव का बीजेपी हमला भी तेज हो रहा है. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बार फिर से मंगलवार को भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उनका कहना था कि समाजवादी पार्टी के कारवां की राह में रोड़े अटकाना, भाजपाई संकीर्ण सोच का प्रतीक है और भाजपाई हताशा का भी.
अखिलेश यादव का कहना था जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं, भाजपा के अंदर जनता के बढ़ते आक्रोश का डर फैलता जा रहा है. इसी का परिणाम है कि साढ़े चार साल तक कुछ न करने वाले मुख्यमंत्री जी धड़ाधड़ लोकार्पण और शिलान्यास के पत्थर काले कर रहे हैं और विकास के झूठे बहाने गढ़ने में लग गए हैं. भाजपा पांच वर्ष से सिर्फ माहौल ही बना रही है, लेकिन प्रदेश की जनता सच्चाई जानती है. उस पर भाजपाई रंग और नाम बदलने की साजिशों का कोई असर नहीं होगा.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पराया माल हजम करने में भाजपा का कोई जवाब नहीं है. अब तक एक भी अपना काम नहीं गिना पा रहे हैं. एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं किया. खुद कोई विकास कार्य करने के बजाय समाजवादी सरकार के जनकल्याणकारी अच्छे कामों को बर्बाद करने में ही भाजपा सरकार की सारी शक्ति लग रही है. शायद भाजपा नेतृत्व की समझ है कि वे अपने झूठ-फरेब से फिर लोगों को बहकाने-भटकाने में सफल हो जाएंगे, जबकि अब कोई उनके झांसे में नहीं आने वाला है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा आखिर उन तस्वीरों को कैसे इतिहास के पन्नों से खारिज कर पाएगी जब समाजवादियों ने किया था, पूर्वांचल के आधुनिक भविष्य के मार्ग पर शिलान्यास. दिसम्बर 2016 में विधान भवन के सामने से समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास हुआ था, तभी तत्कालीन समाजवादी सरकार ने बजट की घोषणा भी की थी. जमीन खरीद के लिए पैसा जारी किया था. समाजवादी सरकार ने प्रदेश में पहला एक्सप्रेस-वे आगरा-लखनऊ मात्र 22 महीनों में बना दिया था, जहां सेना के वायुयान उतरे थे. इस सम्बंध में पार्टी का मानना है कि डबल स्पीड से तीन गुना प्रगति होती है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का साढ़े चार साल में आधा-अधूरा बने होने पर भी उद्घाटन का दिखावा किया गया है. इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में गुणवत्ता से घातक समझौते किए गए हैं. रोड के मानकों की उपेक्षा की गई है. फलस्वरूप इस पर चलने वाले यात्रियों की सुरक्षा पर भी खतरा रहेगा.