वाराणसी: आजम खान से अखिलेश यादव की दूरी की खबरों के बीच अचानक सपा अध्यक्ष ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने सियासी समीकरणों को फिर पलट दिया है. चंदौली में अखिलेश यादव ने कहा है कि आजम खान साहब जब भी आएंगे हम उनके साथ रहेंगे. सपा उनके साथ है. उनके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
दरअसल, अखिलेश यादव सोमवार को वाराणसी पहुंचे थे. वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद वह सड़क मार्ग से चंदौली के लिए रवाना हो गए. वहां, अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि प्रदेश में थाने अराजकता के केंद्र बन गए हैं. पुलिस दबिश देने नहीं जाती है, प्रदेश में पुलिस दबंगई दिखाने जाती है.
चंदौली की घटना पर वह बोले कि बेटी और परिवार का आरोप है कि पुलिस ने जान ली है. पुलिस घर में घुसी थी, पुलिस पूरी तैयारी के साथ गई थी कि किसी न किसी की जान लेनी है और जान ले ली. मुझे सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है. जांच हाईकोर्ट के जज करेंगे तो शायद उस परिवार को न्याय मिल पाएगा लेकिन सरकार की जांच से न्याय नहीं मिलेगा.
ज्ञानवापी सर्वे के मामले पर वह बोले कि भारतीय जनता पार्टी लगातार इसी तरह का काम करती है. भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि समाज में शांति न रहे. समाज में एक-दूसरे से झगड़ा होता रहे. समाज बंट करके रहे. नौकरी-बेरोजगारी पर चर्चा न हो, आज डॉलर कहां पहुंच गया जो दुनिया में डंका बजाते थे वो बताएं आज डॉलर के सामने रुपया कहां पहुंच गया है. हमारी अर्थव्यवस्था कहां पहुंच गयी है. कुछ लोग सारे संसाधन खरीद रहे हैं. न नौकरी हैं न रोजगार है, इस सवाल का जवाब क्या है बीजेपी के पास?