लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारेगी. इसके अलावा पश्चिम बंगाल में अभी पार्टी ने कितने प्रत्याशी उतारने हैं यह तय नहीं किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में जो भी पार्टी बीजेपी को हराएगी, हम उस पार्टी के साथ हैं. मध्य प्रदेश में चल रही गतिविधियों पर अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ समाजवादी पार्टी का समर्थन रहेगा.
बिहार में चुनाव नहीं लड़ेगी सपा. भाजपा पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उनका नारा है "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास" उसमें एक बात जोड़ दो कि सब फर्जी है. हमारा नारा है कि हम 351 सीटें लाएंगे. 2022 में साइकिल ही चलेगी. अखिलेश ने एक बार फिर से जातीय जनगणना की मांग की. उन्होंने कहा कि समाजवादियों को मौका मिलेगा, तो हम जातीय जनगणना कराएंगे. आबादी के अनुसार उसका हक और अधिकार दिलाएंगे.
किसानों की मदद हो
उन्होंने कहा कि हमारे लैपटॉप चल रहे हैं और भाजपा के बनाए हुए शौचालय नहीं चल रहे हैं. पूरे प्रदेश में किसानों का बड़ा नुकसान हुआ है. लोगों के घर भी तबाह हो गए हैं. सरकार के खजाने में बहुत पैसा है. हर मरने वाले किसान की मदद होनी चाहिए. 20 लाख रुपये की किसान की मदद हो. जितना किसान का नुकसान हुआ है उसकी पूरी की पूरी भरपाई सरकार करे.
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सीएम ने खुद हटाए अपने दंगे के मुकदमे
अखिलेश ने कहा कि जो टिप्पणी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने की थी कि जितनी होर्डिंग लगी वह गैरकानूनी है. सरकार गैर कानूनी काम कर रही है. कैबिनेट के फैसले से ये साबित हो गया है कि सरकार गैरकानूनी काम करती है. इसको सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की कोई परवाह नहीं है. ये कोर्ट की अवमानना है. यही मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपने दंगे के मुकदमे खुद वापस लिए हैं यह निर्वाचन आयोग कह रहा है, हम नहीं कह रहे.
उन्होंने कहा कि तीन साल पूरे होने पर सरकार यही बताएगी कि लोक भवन में हमने क्या किया है. इकाना स्टेडियम हमने बनाया है. दूसरे के काम में अपना काम जोड़ लेना, यही भाजपा का काम है. पिछली सरकार के किए हुए काम भाजपा अपने काम गिनाएगी.
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होम मिनिस्टर सीएम से नाराज
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि देश के होम मिनिस्टर मुख्यमंत्री से नाराज हैं. शायद इसीलिए उन्होंने कहा कि दिल्ली में दंगा फैलाने वाले उत्तर प्रदेश से आए थे.
अखिलेश ने बताया कि सीएम ने इसलिए किया था फोन
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मुझे इसलिए फोन किया था, क्योंकि मैंने कन्नौज में एफआईआर नहीं दर्ज कराई थी. यह हमारी गलती है. हमने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि कहीं भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम को डिस्टर्ब न करें, लेकिन मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि हमारे घर और पार्टी कार्यालय के आसपास इंटेलिजेंस को भेजना छोड़ दें. इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में मैंने इंटेलिजेंस इंस्पेक्टर को पकड़ा था. कन्नौज में जब मैं गया था तो आपने क्या नारे लगवाए थे. मैंने फोन पर कहा कि मुख्यमंत्री जी, आजम खां पर झूठे मुकदमे दर्ज हो रहे हैं. उन पर अन्याय हो रहा है. पूरा प्रशासन उनके खिलाफ है. प्रशासन को इसलिए भेजा गया, क्योंकि एक आईएएस अधिकारी को एक्सटेंशन चाहिए था, उसे एक्सटेंशन मिल गया.