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Servant Deputy CM : भाजपा सरकार में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, सर्वेंट डिप्टी सीएम मरीजों की हालत पर नहीं तरस रहे : अखिलेश यादव - सर्वेंट डिप्टी सीएम

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक बार फिर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पर हमला बोला है. अखिलेश ने यूपी की स्वास्थ्य सेवाओं में बदहाली का हवाला देकर भाजपा पर निशाना साधा है. कहा कि डबल इंजन की सरकार में मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. सर्वेंट सीएम को भी मरीजों की हालत पर तरस नहीं आ रहा है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 14, 2023, 10:34 PM IST

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से बदहाली में है. भाजपा की सरकार में मजबूती से भ्रष्टाचार ने जड़ें जमा ली हैं. भाजपा की सरकार में न तो मरीजों को दवा मिल पा रही है और नहीं समय से डॉक्टर और नर्स उपलब्ध हैं. भ्रष्टाचार के चलते अस्पतालों में प्रसूताओं और मरीजों को मिलने वाले भोजन में भी घोटाला है.

समाजवादी पार्टी कार्यालय.


पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि बलरामपुर के सरकारी अस्पतालों में प्रसूताओं को घटिया क्वालिटी का भोजन दिया जा रहा है. मरीज इसे लेने से मना कर रहे हैं. अस्पताली भोजन की गुणवत्ता बेहद खराब होने से अब मरीज अपने घरों से खाना व नाश्ता मंगाने को मजबूर हैं. यह भी शिकायतें हैं कि समय से नाश्ता-खाना नहीं दिया जा रहा. मरीजों तक खाना पहुंचना चाहिए पर यहां तो खुद मरीज या तीमारदार लाइन लगाकर भोजन लेते हैं. प्रसूताओं के लिए बने भोजन चार्ट का भी पालन नहीं होता है. भाजपा की डबल इंजन सरकार में मरीजों को खाना तक नहीं मिल पा रहा है. इससे अधिक और क्या विफलता हो सकती है.


लखनऊ के लोहिया अस्पताल में दूसरे जिलों से आने वाले मरीजों के ठहरने के लिए कोई व्यवस्था नहीं होने से बाहर खुले में मरीज और तीमारदार लेटने को मजबूर हैं. इस अस्पताल की इमर्जेंसी की गैलरी में मरीज सोते देखे गए हैं. मरीज की जांच नहीं होने से बीमार खुले में मच्छर भगाने की अगरबत्ती जलाकर लेटते हैं. इन दिनों डेंगू और वायरल फीवर का बड़ा प्रकोप है. अस्पतालों में मरीजों की लम्बी-लम्बी कतारें लगी हैं. इससे भाजपा सरकार की पोल खुल रही है. देवरिया में पिछले दिनों 35 बेड पर 52 बच्चों का इलाज होते पाया गया. फिरोजाबाद के अस्पतालों में बेड कम पड़े तो स्टेचर पर लिटा कर मरीजों को ड्रिप चढ़ाई जा रही थी. मरीज बेहाल हैं, हेल्थ सिस्टम बेपरवाह है. लखनऊ में दो प्रसिद्ध चिकित्सा संस्थान केजीएमयू और लारी अस्पताल में मरीजों को तमाम परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. पर्चा बनवाने से लेकर जांच कराने तक में लोगों को 10 जगह दौड़ना पड़ता है. रात में डाॅक्टर मरीज कम देखते हैं वे दूसरे अस्पतालों को रेफर करके अपनी बला टालने का काम करते हैं. केजीएमयू के होल्डिंग एरिया में मरीजों की चीखें विचलित करने वाली हैं.

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