लखनऊ:कृषि कानूनों को वापस लेने के ऐलान के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने ट्विट करते हुए लिखा कि "अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले कानूनों से गरीबों-किसानों को ठगना चाहा. कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-कानून वापस ले ही लिए. भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सजा कब मिलेगी."
किसानों को लेकर अखिलेश ने सरकार पर खूब निशाना साधा. उन्होंने कहा कि ये सरकार को बिना सफाया किए किसानों के हित में फैसले नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में और देश में हो रहे चुनाव को लेकर ये कानून वापस लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि ये कानून उधोगपतियों के लिए हैं न कि किसानों के लिए . उन्होंने कहा कि सरकार MSP पर बात करे और बताए कि सरकार कब एम एस पी लागू करेगी. उन्होंने कहा कि लखनऊ के साथ ही दिल्ली डर गई जिसकी वजह से कानून वापस लिए गए हैं.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा किसानों की जीत है. कृषि कानूनों को वापस करने का फैसला और अहंकारी लोगों की हार है. जिन लोगों ने माफी मांगी है वह राजनीति से सन्यास लें, जनता इन्हें ठीक से समझती है. सपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा सरकार किसानों से चुनाव देखकर डरी है. किसानों को अपमानित करने का काम किया है. हर मौके पर किसानों को अपमानित किया है. मंत्रिमंडल की सामूहिक जिम्मेदारी है तो पूरे मंत्रिमंडल को इस्तीफा देना चाहिए और लखीमपुर खीरी घटना के आरोपी मंत्री अभी तक मंत्रिमंडल में क्यों है.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को रथ यात्रा में भारी समर्थन मिला है. किसानों ने जनता और नौजवानों ने लखनऊ के साथ दिल्ली को भी हिला दिया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हो सकता है कि चुनाव के बाद सरकार फिर से कृषि कानून ले आए, ये भरोसा कौन दिलाएगा. उन्होंने कहा कि आज किसान परेशान है, खाद संकट से जूझ रहा है. यूपी सरकार ने मंडियों को बंद करने काम कर रही है.