लखीमपुर खीरी:जिले में रविवार को हुए हिंसा को लेकर राजनीति तेज हो गई है. लखनऊ में स्थित अपने आवास से समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखीमपुर के लिए रवाना हुए हैं. लेकिन, पुलिस और सुरक्षाबलों ने उन्हें घर से महज 100 मीटर दूर ही रोक दिया है. कार्यकर्ताओं का हुजूम जुटा हुआ है. अखिलेश मृतको के परिवार वालों से मिलने जाना चाहते थे. लेकिन उन्हें लखनऊ में हीं रोका जा रहा है. अखिलेश अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए हैं. वहीं पुलिस ने अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया है. इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा किबीजेपी की सरकार अंग्रेज़ों से ज़्यादा क्रूर हो गई है.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को लखनऊ में नजरबंद कर दिया. सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लखीमपुर खीरी जाने के ऐलान के साथ ही प्रशासन हरकत में आया है और उनको लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए आमादा नजर आ रहा है. इसी कड़ी में लखनऊ के विक्रमादित्य आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. इस नजरबंदी का मकसद है कि किसी भी तरह अखिलेश यादव को लखीमपुर जाने से रोकना. अखिलेश यादव घर के सामने धरने पर बैठ गए हैं. पुलिस ने अखिलेश यादव को लखीमपुर जाने से रोक दिया है. अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं को भी साथ धरने पर बैठने को कहा है.
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों पर जुल्म कर रही है, गृह राज्य मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मृतक के परिवारीजनों को 2-2 करोड़ मुआवजा दिया जाए. अपने घर के बाहर धरने पर बैठे अखिलेश यादव ने कहा कि, किसानों पर जुल्म हो रहा है. बीजेपी की सरकार अंग्रेज़ों से ज़्यादा क्रूर हो गई है. अखिलेश ने सरकार से सवाल किया कि, विपक्ष को लखीमपुर खीरी क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है. सरकार क्या छिपाना चाह रही है. अखिलेश यादव ने कहा, घर के अंदर बैठने से अच्छा है.. सड़क पर बैठूं. इस सरकार में अंग्रेज राज से भी ज्यादा जुल्म हो रहा है.
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