लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा प्रदेश की सुख-शांति को जंगलराज की आग में जलाना चाहती है. साथ ही कहा कि बेटियों के लिए तो भाजपा की सरकार ‘काल‘ बन गई है. उन्हें सड़क पर चलना तो दूर अपने घरों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.
मिशन शक्ति का नया राग अलाप रहे सीएम योगीः अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी ‘मिशन शक्ति‘ का नया राग अलाप रहे हैं. इन टोटकों से महिलाओं को कोई राहत नहीं मिलने वाली है. अखिलेश ने कहा कि इससे पहले भी सीएम का रोमियो स्क्वायड फ्लॉप साबित हो चुका है.
बीजेपी के रामराज में दो आईपीएस फरार
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दावा है कि उनके रहते अपराधी या तो जेल भेज दिए गए हैं या फिर राम नाम सत्य की राह पर चले जाएंगे. उनके ठोको संदेश के बाद यह उनका दूसरा अमानवीय, अलोकतांत्रिक और विधि के विपरीत निर्देश है. उनके ‘रामराज‘ का ऐसा चमत्कार है कि दो आईपीएस फरार हैं, जो कि लंबे समय से ढूंढे नहीं मिल रहे हैं. अखिलेश ने कहा कि अपराधी बेखौफ होकर मुख्यमंत्री की ठोको नीति को अपनाए हुए हैं, अपहरण, लूट, हत्या की घटनाओं को अंजाम देने में अपराधियों को जरा सा भी कोई संकोच नहीं हैं. साथ ही कहा कि जब पुलिस और अपराधी मिल-जुलकर काम करेंगे तो जनता की सुरक्षा का क्या होगा?
भाजपा राज में अपराधियों के हौसले बढ़े
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा राज में अपराधी तत्वों के हौसले बढ़े हुए हैं. शामली में चुनौती देकर 10 दिन में दूसरा बिजली घर लूट लिया गया. बरेली में नफरत की सियासत तले सत्ताधीशों ने थाने में घुसकर तोड़फोड़ और अराजकता की. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में घर में घुसकर सोफा कारीगर की हत्या कर दी गई.
हर जनपद में कानून व्यवस्था खराब
अखिलेश यादव ने कहा कि जौनपुर से लेकर मेरठ तक अपराधियों ने दुष्कर्म की कई घटनाओं को अंजाम दिया. महोबा के पनवाड़ी क्षेत्र में एक 19 वर्षीया नवयुवती, जो एक आरती कार्यक्रम से लौट रही थी, वह गैंगरेप का शिकार हो गई. इटावा में 5 वर्ष की बेटी के सामने मां से दुष्कर्म किया गया. प्रदेश के हर जनपद में कानून व्यवस्था गांव, कस्बे, मोहल्ले और गली में तार-तार दिखाई देती है.
विधानभवन के सामने आत्मदाह करने को लोग मजबूर
अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी की जनता में सरकार के कामकाज के प्रति कितना उबाल है, यह इससे स्पष्ट होता है किजनपदों में न्याय न मिलने, दबंगों की दबंगई पर रोक न लगने की वजह से लोग लखनऊ में विधान भवन के सामने आत्मदाह करने को मजबूर हो रहे हैं. साथ ही कहा कि असफल सरकार की असफल नीतियों के चलते कानून व्यवस्था पर शासन-प्रशासन का नियंत्रण नहीं है और सरकार खुद ही अपराधियों की ढाल बन रही है.
विकास और सुरक्षा का कोई रोडमैप नहीं
अखिलेश यादव ने कहा कि सच तो यह है कि मुख्यमंत्री योगी के पास प्रदेश को विकास और सुरक्षा के रास्ते पर ले जाने का कोई रोडमैप ही नहीं है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी तो अव्यवस्था और अराजकता के ही संवाहक हैं. प्रदेश की जनता भाजपा राज से ऊब चुकी है, जिसे सिर्फ 2022 के आम चुनावों का इंतजार है.