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'विजय यात्रा' की शुरूआत करने कानपुर पहुंचे अखिलेश, गंगा पुल पर सपाइयों का उमड़ा हुजूम - कानपुर से विजय यात्रा शुरू

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में जीत दर्ज करने के लिए समाजवादी पार्टी आज मंंगलवार से 'विजय यात्रा' (Vijay Yatra) की शुरुआत कर रही है. 'विजय यात्रा' को हरी झंडी दिखाने के लिए अखिलेश यादव (akhilesh yadav) कानपुर पहुंच चुके हैं.

अखिलेश यादव
अखिलेश यादव

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Published : Oct 12, 2021, 11:35 AM IST

Updated : Oct 12, 2021, 11:54 AM IST

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (akhilesh yadav) विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर आज मंगलवार से समाजवादी विजय यात्रा (Vijay Yatra) की शुरुआत करने जा रहे हैं. अखिलेश यादव मंगलवार को कानपुर के गंगा पुल से अपनी समाजवादी विजय यात्रा शुरू करेंगे और घाटमपुर होते हुए लखीमपुर तक जाएंगे. इस दौरान जगह-जगह अखिलेश यादव का स्वागत और जनसभाएं आयोजित होंगी. अखिलेश यादव अपनी विजय यात्रा की शुरुआत करने के लिए लखनऊ से कानपुर पहुंच चुके हैं.

कानपुर पहुंचने पर अखिलेश यादव का होगा भव्य स्वागत.

आपको बता दें कि कानपुर गंगा पुल पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का उनके कार्यकर्ताओं द्वारा जमकर स्वागत और सम्मान किया जाएगा. इसके बाद 8 किलोमीटर चलकर नौबस्ता चौराहे पर दोबारा पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा उनका सम्मान किया जाएगा. यहां समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मीडिया से भी नौबस्ता चौराहे पर रूबरू होंगे. इसके बाद यह काफिला सीधे कानपुर के घाटमपुर में रुकेगा, जहां फिर से स्वागत समारोह का कार्यक्रम किया जाएगा.

वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव भी आज से ही अपनी सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं. शिवपाल सिंह यादव मथुरा से अपनी यह परिवर्तन रथ यात्रा शुरू करेंगे, उससे पहले वह मथुरा स्थित बांके बिहारी मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन-पूजन भी करेंगे. चाचा शिवपाल सिंह यादव व भतीजे अखिलेश यादव आज अपनी सियासी ताकत का एहसास कराने का काम करेंगे.

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विजय रैली शुरू करने से पहले बीते सोमवार को अपने पिता मुलायम सिंह यादव से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया था. विजय रैली से पहले आशीर्वाद लेने पहुंचे अखिलेश को पिता मुलायम सिंह यादव ने विजयी भव: का आशीर्वाद दिया है.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने जारी बयान में कहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आज फिर प्रदेश की त्रस्त-पस्त जनता पुकार रही है. महंगाई, भ्रष्टाचार से लोगों का जीना दूभर हो गया है. किसान, नौजवान, श्रमिक, व्यापारी समाज के सभी वर्ग पीड़ित हैं. किसान महीनों से आंदोलित हैं. उनकी खेती छीनकर चंद पूंजी घरानों को देने की साजिशें हो रही हैं. युवा बेरोजगारी से हताश-निराश हैं. प्रश्न है कि ऐसी अमानवीय सरकार को कब तक जनता सहन करेगी? हमारे मार्गदर्शक डॉ. राममनोहर लोहिया ने कहा था-जिंदा कौमे पांच साल इंतजार नहीं करती.

कहा कि भाजपा राज की दमनकारी, स्वेच्छाचारी और भ्रष्ट नीतियों के खिलाफ जनजागरण और सत्ता परिवर्तन की अलख जगाने के लिए अखिलेश यादव की यह यात्रा समाज को बांटने और नफरत फैलाने वालों को चुनौती देते हुए उनके सफाये का संकेतक बनेगी. आज 12 अक्टूबर 2021 की इस यात्रा से लोकतंत्र की गरिमा की पुनः प्रतिष्ठा का संकल्प जन-जन के बीच जाएगा.

कहा कि समाजवादी विजय यात्रा में 12 अक्टूबर 2021 को राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रथ द्वारा 11 बजे गंगापुल जिला कानपुर से प्रस्थान करेंगे. 11:30 बजे नौबस्ता जिला कानपुर में रथ यात्रा का स्वागत होगा. 2 बजे नेवेली लिग्नाइट बिजली घर घाटमपुर में स्वागत कार्यक्रम का आयोजन होगा. रथ यात्रा शाम पांच बजे हमीरपुर पहुंचेगी. 13 अक्टूबर को रथ यात्रा 10 बजे हमीरपुर में प्रस्थान के बाद 11 बजे कुरारा, 2 बजे कालपी जालौन, 4 बजे माती कानपुर देहात पहुंचेगी.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि यह एक ऐतिहासिक तथ्य है कि जब-जब अखिलेश यादव क्रांति यात्राओं पर निकले हैं, प्रदेश की राजनीति में नए परिवर्तन की लहर आई है. कुशासन का अंत उनके शंखनाद से हुआ है. गरीबों, वंचितों, अल्पसंख्यकों, पिछड़ों और दलितों के बीच विश्वास जगाने में यह यात्रा निश्चय ही मील का पत्थर साबित होगी.

सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि 31 जुलाई 2001 से पहली क्रांति रथ यात्रा पर अखिलेश यादव निकले थे. 12 सितंबर 2011 को अखिलेश यादव दूसरी समाजवादी क्रांति रथ यात्रा पर निकले थे. इन यात्राओं से प्रदेश की राजनीति में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए थे. जुल्मी सत्ताएं उखड़ गईं और राजनीति में शुचिता तथा पारदर्शिता को स्थान मिला.

अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री काल (सन् 2012 से 2017) में प्रदेश में विकास का रास्ता प्रशस्त हुआ. लोगों की जिंदगी में बदलाव आया. अब फिर जनता को विजय यात्रा की सफलता के विश्वास के साथ उम्मीद बंधी है कि प्रदेश में लोकतंत्र की बहाली होगी और उत्पीड़न तथा अत्याचार समाप्ति के साथ ही समाजवादी पार्टी की सरकार बहुमत के साथ सन 2022 में सत्ता में आएगी.

पढ़ें-शिवपाल यादव ने बांके बिहारी के किए दर्शन, सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा को करेंगे रवाना

Last Updated : Oct 12, 2021, 11:54 AM IST

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