लखनऊ: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महिला सुरक्षा को लेकर यूपी सरकार को आंड़ें हाथों लिया है. अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार के रहते बहन-बेटियों की सुरक्षा नहीं हो सकती है, क्योंकि इस सरकार ने दरिंदों के सामने सरेंडर कर रखा है. उन्होंने कहा कि बेटी अलग, मां अलग, शहर-गांव अलग, लेकिन बेटियों का अंजाम वही है. साथ ही अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश ‘बर्बर हत्या प्रदेश‘ में बदल गया है.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बयान जारी कर कहा कि सत्ताधीशों का दिल भले न पिघले, पोस्टमार्टम के बाद बाराबंकी की बेटी का शरीर देखकर डाॅक्टरों के भी होश उड़ गए. घटना को देख विचलित डाॅक्टरों ने कहा कि ऐसा मामला पहले कभी नहीं देखा, जिससे साफ जाहिर होता है कि उत्तर प्रदेश ‘बर्बर हत्या प्रदेश‘ में बदल गया और खूनी खेल बेलगाम हो गया है. यह लिखते हुए अब कलम भी कांपती है कि रोज ही बच्चियां-युवतियां हैवानियत का शिकार हो रही हैं. भाजपा सरकार की पुलिस पर आखिर कोई कैसे भरोसा करे, जबकि कन्नौज के सौरिख थाना में दारोगा ने छेड़छाड़ पीड़िता से कहा ‘आ जाओ, समय नहीं कटता है!‘ ऐसे में किसे न्याय मिल सकता है? अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में दुष्कर्म और हत्याओं की फेहरिस्त ही दिल दहला देती है.
'यूपी में नहीं रहना चाहतेहाथरस कांड के पीड़ित'
अखिलेश यादव ने कहा कि मुरादाबाद में घर में घुसकर विदेशी से दुष्कर्म, कानपुर में कक्षा- 7 की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया. इसके अलावा जालौन में नाबालिग से दरिंदगी की घटना तब हुई, जब वह अस्पताल में भर्ती अपनी मां को देखने जा रही थी. वहीं फर्रूखाबाद जिले में फिरौती के लिए अपहरण कर बालिका की हत्या कर दी गई और बांदा में 8 साल की बच्ची से दुष्कर्म, झांसी में आधारकार्ड बनवाने गई छात्रा से दुष्कर्म, अलीगढ़ और गाजियाबाद में महिलाओं की हत्या कर दी गई. अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार और उसकी पुलिस पर लोगों का भरोसा उठ रहा है. इसलिए हाथरस कांड के पीड़ित अब यूपी में नहीं रहना चाहते हैं. वे अपने मुकदमें भी उत्तर प्रदेश से बाहर ले जाना चाहते हैं.
एंटी रोमियो स्क्वायड शुरू से ही विवादित
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि जब हालात इतने हृदय विदारक हों, तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नवरात्र के शक्ति पर्व से नारी शक्ति की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए विशेष अभियान चलाने की बात करने का औचित्य क्या है? एंटी रोमियो स्क्वायड तो शुरू से ही विवादित रहा है. 1090 और यूपी डायल-100 जैसी व्यवस्थाओं को भी भाजपा सरकार ने इसलिए निष्प्रभावी बना दिया, क्योंकि इसकी शुरुआत समाजवादी सरकार ने की थी. अब प्रत्येक जनपद में 100 रोल माॅडल चुने जाने की भी घोषणा है. अखिलेश ने कहा कि अब तक जो मुख्यमंत्री और उनकी सरकार कानून व्यवस्था का एक कलपुर्जा नहीं दुरूस्त कर पाई, वह आगे किसी को क्या सुरक्षा देगी. पूर्व सीएम ने कहा कि हर मोर्चे पर विफल, कलंकपूर्ण भाजपा सरकार को अब प्रदेश और जनता के हित में गद्दी छोड़ देनी चाहिए.