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जनता के नाम जो समाजवादी पार्टी का काम, बस उसे कर लेना है अपने नाम: अखिलेश यादव - अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर टिप्पणी की

यूपी के लखनऊ में भाजपा सरकार को घेरते हुए पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने टिप्पणी की है. उनका कहना है कि भाजपा के पास कोई योजना नहीं होने से इसका नेतृत्व हताशा में डूब गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह फार्मूला अपना रखा है कि 'जनता के नाम जो समाजवादी पार्टी का काम, बस उसे कर लेना है अपने नाम‘.

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पूर्व सीएम अखिलेश यादव.

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Published : Oct 20, 2020, 9:53 PM IST

लखनऊः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा राज में जनता बुरी तरह त्रस्त है. कमजोरों पर भाजपा सरकार की दहशतगर्दी इतनी बढ़ी हुई है कि लोग विधानभवन के सामने ही आत्मदाह करने को मजबूर हो रहे हैं. जबकि विधानभवन और लोकभवन ऐसे स्थान हैं, जहां मुख्यमंत्री उनका मंत्री मंडल और मुख्यसचिव सहित शीर्ष विभागीय अधिकारी बैठते हैं.

पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बयान जारी कर कहा कि प्रदेश का विकास ठप्प है. जनता मंहगाई, बेराजगारी, लूट, हत्या, अपहरण जैसी घटनाओं से डरी और सहमी है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिलाओं और बच्चियों को आए दिन छेड़छाड़ और दुष्कर्म का शिकार होना पड़ रहा है. इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह मान लिया है कि प्रदेश में उनकी सरकार के गिने-चुने दिन ही रह गए हैं. हर मोर्चे पर विफलता के नाते वे आगामी आम चुनाव में टिक नहीं पाएंगे. इसलिए इन दिनों बिहार के चुनाव प्रचार में लग गए हैं. क्योंकि न यहां रहेंगे और न जनता की चीख पुकार सुनाई देगी.

कमजोरों पर अत्याचार बढ़ रहा
अखिलेश यादव ने कहा कि जिलों में कहीं सुनवाई न होने, न्याय न मिलने से परेशान लोगों को आत्मदाह के अलावा दूसरा रास्ता नहीं सूझता है. कमजोरों पर सरकार का अत्याचार बढ़ता जा रहा है. दलितों पर अत्याचार के मामले सभी हदें पार कर गए हैं. बाराबंकी में दुकान पर कब्जे और लखनऊ में मकान मालिक के उत्पीड़न से क्षुब्ध लोगों ने कल आत्मदाह का रास्ता अपनाया. इसी तरह महाराजगंज से आई एक महिला ने भी खुद को आग लगा ली थी. प्रदेश के सर्वाधिक सुरक्षित क्षेत्र में आत्मदाह की घटनाएं सरकार के संवेदनहीन एवं अमानवीय होने का प्रमाण है.

भाजपा के पास कोई योजना नहीं
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के पास कोई योजना नहीं होने से इसका नेतृत्व हताशा में डूब गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह फार्मूला अपना रखा है ‘जनता के नाम जो समाजवादी पार्टी का काम, बस उसे कर लेना है अपने नाम‘. समाजवादी सरकार ने कैंसर अस्पताल बनवाया, चार साल होने को हैं, भाजपा सरकार सोई रही. अब जब विदाई की बेला आ गई है तो मुख्यमंत्री और रक्षामंत्री जो लखनऊ के सांसद भी हैं, समाजवादी सरकार के काम पर अपने नाम का पत्थर लगवा रहे है.

सपा के कामों का फीता काटने के लिए बनी भाजपा
सुपर स्पेशियलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट का लोकार्पण वास्तव में समाजवादी सरकार के समय हो चुका था. अब उसका पुनः लोकार्पण भाजपा सरकार में करने की क्या आवश्यकता है. साढ़े तीन वर्ष में ये सिर्फ ओपीडी चालू कर रहे हैं. अपनी कमी छुपाने के लिए यह नया कारनामा हैं. उत्तर प्रदेश की जनता के लिए समाजवादी सरकार के जनहितकारी कामों में लखनऊ का कैंसर अस्पताल भी एक मील का पत्थर है. भाजपा सरकार लगता है सिर्फ समाजवादी पार्टी की सरकार के कामों का फीता काटने के लिए ही बनी है.

मतों से दूध का दूध और पानी का पानी
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नेतृत्व यह नहीं भूले कि जनता भी सच जानती और पहचानती है. जैसे ही विधानसभा चुनाव 2022 की घड़ी आएगी, वह अपने मतों से दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी. समाजवादी पार्टी की सरकार के कामों पर भाजपा अपने झूठे मुलम्मे लगाकर जनता को धोखा नहीं दे पाएगी. झूठ टिकता नहीं और सच छुपता नहीं, यह एक शाश्वत यथार्थ है.

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