नई दिल्ली/नोएडाः उत्तर प्रदेश के नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 313 और ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 332 के करीब पहुंच गया है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट के आंकड़े अनुसार यहां वायु प्रदूषण सूचकांक रेड जोन में पहुंच गया है, यानि खराब श्रेणी में वायु प्रदूषण पहुंच गया है. वहीं डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.
एनसीआर में नोएडा और ग्रेनो सबसे प्रदूषित. नोएडा में दर्ज AQI
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं. जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन का AQI 316, सेक्टर 125 का स्टेशन काम नहीं कर रहा, सेक्टर 1 स्टेशन का AQI 306 और सेक्टर 116 का स्टेशन पर 318 AQI दर्ज किया गया है. ग्रेटर नोएडा से भी ज्यादा प्रदूषित नोएडा है.
ग्रेटर नोएडा में दर्ज AQI
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III का स्टेशन काम नहीं कर रहा और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 332 दर्ज किया गया है. पिछले हफ्ते के मुकाबले प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. माना जा रहा है वायु की रफ्तार थमने से प्रदूषण का स्तर बढ़ा है.
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रेड जोन में शहर
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण का ग्राफ पिछले कई दिनों से बढ़ता जा रहा है. नोएडा/ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण रेड जोन में बना हुआ है. प्रदूषण स्तर बेहद भयावह हो चला है. स्मॉग की चादर से शहर सुबह और शाम ढका दिखाई देता है. प्राधिकरण और UPPCB अनदेखी पर लगातार कार्रवाई भी कर रही है. लेकिन जमीनी स्तर पर कुछ खास असर देखने को नहीं मिल रहा है.