लखनऊः दिल्ली के साथ ही यूपी के कई शहरों की हवा भी जहरीली हो गई है. वहीं दिवाली में हुई आतिशबाजी ने मुश्किलें और भी बढ़ा दी हैं. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने शनिवार शाम को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी किया. जिसमें दिल्ली की हवा खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है. यहां 437 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया है. वहीं फरीदाबाद का एक्यूआई 449 दर्ज किया गया है. यहीं नहीं गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर रहा. यहां का एक्यूआई 466 रिकॉर्ड किया गया.
वहीं ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 414 दर्ज किया गया. गुरुग्राम का एक्यूआई 456 रहा. इसके अलावा हापुड़ का एक्यूआई 445, जिन्द का एक्यूआई 422, मेरठ का एक्यूआई 438, मुरादाबाद का एक्यूआई 414 रिकॉर्ड किया गया. वहीं नोएडा का एक्यूआई 461 दर्ज किया गया.
राजधानी की भी हवा बिगड़ गई है. यहां हर बार नवंबर के आखिरी तक हवा सीवियर श्रेणी में पहुंच जाती है. अभी ये हवा पुअर कैटेगरी में है. यहां का एक्यूआई 260 दर्ज किया गया है. अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है.
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प्रदूषण सांस के रोगियों के लिए मुश्किलें बढ़ा रहा है. इसके साथ ही हवा में नमी और भी मुसीबत बन रही है. इससे अस्थमा, सीओपीडी के रोगियों को और सतर्क रहना होगा. जरा सी भी लापरवाही मरीजों पर भारी पड़ सकती है.
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वहीं बात वाराणसी की करें तो दीपावली की रात शहर में हुई आतिशबाजी ने यहां की भी आबोहवा को खराब कर दिया. आतिशबाजी की वजह से वाराणसी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 304 दर्ज किया गया था. इस दौरान शिवपुर शहर का सबसे ज्यादा प्रदूषित इलाका रहा. जबकि सोनारपुरा, पांडेयपुर और मैदागिन क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र रहे. पिछली दिवाली की तरह इस बार भी रविन्द्रपुरी क्षेत्र तुलनात्मक रूप से सबसे साफ रहा. इसके साथ ही साथ आबोहवा के मामले में लंका क्षेत्र भी रविन्द्रपुरी के बाद दूसरे स्थान पर रहा. वहीं शनिवार की बात करें तो मलदहिया शहर का अत्यधिक प्रदूषित केंद्र रहा और वाराणसी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 194 दर्ज किया गया.