नहीं सुधर रहा AQI स्तर, राजधानी में अभी प्रदूषित है हवा
राजधानी व कानपुर में अभी भी हवा प्रदूषित है. बीते दिनों बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरपुर, नोएडा की हवा सबसे ज्यादा जहरीली पाई गई थी. राजधानी के कई इलाकों की हवा स्तर खतरनाक दर्ज किया गया है.
लखनऊ: यूपी के कई जिलों में प्रदूषण के हालात जस के तस हैं. राजधानी समेत कई जिलों की आबोहवा अभी भी जहरीली है. वहीं कुछ जिलों की हवा ठीक भी हुई है. बीते दिनों बुलंदशहर, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरपुर, नोएडा की हवा सबसे ज्यादा जहरीली पाई गई थी. इन शहरों का एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया था. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को बुलंदशहर का एक्यूआई 148, गाजियाबाद 139, ग्रेटर नोएडा 141, कानपुर 373, लखनऊ 374, मेरठ 107, मुजफ्फरपुर 370, नोएडा 132 दर्ज किया गया.
राजधानी में शहर का एक्यूआई
लालबाग- 400
तालकटोरा- 451
सेंट्रल स्कूल- 346
गोमती नगर- 341
राजधानी के कई इलाकों की हवा खतरनाक
पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत, 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है. इस समय लखनऊ की हवा बहुत खराब है. वह बताते हैं कि लखनऊ में पिछले 5 दिनों से कई जगह पीएम 2.5 अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया. पीएम 2.5 हवा में तैरने वाले वह महीन का हैं जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है. इसके अलावा पीएम 10 भी हवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है.