लखनऊ: प्रेस क्लब में शनिवार को ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ म्यूजिशियंस (AICM) की ओर से एक संगोष्ठी और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें वरिष्ठ सांस्कृतिक रंग कर्मियों, कलाकारों और साहित्यकारों को सम्मानित किया गया.
AICM ने किया संगोष्ठी का आयोजन इस कार्यक्रम में आई लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी ने बताया कि ऑल इंडिया काउंसिल आफ म्यूजिशियंस की ओर से हमने यह संगोष्ठी आयोजित की है. इस संगोष्ठी में उत्तर प्रदेश के कलाकारों से जुड़े तमाम मुद्दों को हमने उठाया है और इस पर सभी ने अपने विचार प्रस्तुत किए हैं. इन मुद्दों में कलाकारों के लिए सरकारी आवास आवंटित किए जाने सरकारी नौकरियों में कलाकारों को आरक्षण देने और वरिष्ठ कलाकारों के सम्मानजनक पेंशन जैसे मुद्दे हमने शामिल किए हैं. इस वक्त वरिष्ठ कलाकारों और अन्य कर्मियों के प्रति सरकार को ध्यान देने की जरूरत है.
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इस अवसर पर सम्मानित हुए वरिष्ठ सांस्कृतिक कर्मी और लेखक अनिल मिश्रा गुरुजी ने कहा कि एक कलाकार को सम्मान मिलना उसके काम की महत्ता को दर्शाता है. एक बात जो दु:खद है, वह यह है कि इस प्रदेश के अंदर सरकार की अब तक न तो कोई सांस्कृतिक नीति है और न ही उसे बनाने की कोई पहल ही की जा रही है.
अनिल मिश्रा गुरुजी ने बताया कि पिछले दो दशकों से यह सवाल सरकार के सामने रखा जा रहा है. कई संगठनों ने और एसोसिएशन ने इस बारे में पहल की है, लेकिन इसको लेकर कभी कोई आंदोलन या कोई बड़े सवाल सरकार के सामने नहीं खड़े हुए. शायद इसीलिए कलाकारों की इस वक्त हालत बद से बदतर होती जा रही है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह तो यह है कि कलाकारों को कार्यक्रम पाने के लिए काफी बुरी तरह से अपमानित होना पड़ रहा है, जो कि सही नहीं है.