उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को सोशल मीडिया से देंगे कृषि तकनीक की जानकारी

By

Published : Apr 28, 2020, 10:54 PM IST

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि नवीनतम कृषि तकनीक की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण गांव और विकासखंड स्तर पर किया जाए.

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को सोशल मीडिया से देंगे कृषि तकनीक की जानकारी
कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को सोशल मीडिया से देंगे कृषि तकनीक की जानकारी

लखनऊः कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि नवीनतम कृषि तकनीक की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण गांव और विकासखंड स्तर पर किया जाए. उन्होंने कहा कि किसानों को बीज और खाद की कमी ना होने दी जाए. कृषि मंत्री ने अपने विधान भवन स्थित कार्यालय में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर किसानों और कृषि अधिकारियों को जोड़ा जाए.

किसानों को सोशल मीडिया के जरिए मिलेगी कृषि तकनीक की जानकारी

पंचायत स्तर पर तकनीकी सहायक और 810 किसानों का एक ग्रुप बनाकर उन्हें कृषि कार्यों से संबंधित नवीनतम तकनीक की जानकारी दी जाए. विभिन्न फसल की लोकप्रिय वैरायटी के बीज किसानों को मांग के अनुसार उपलब्ध कराए जाएं. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि धान एवं दलहन की फसलों के लिए तकनीकी प्रयोग की जानकारी किसानों को दी जाए और उन्हें बताया जाए कि किस तरह से लॉक डाउन के दौरान भी वह खेती को आसानी से कर सकते हैं.

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने विभाग के अधिकारियों के साथ की बैठक

ढेंचा एवं जिप्सम का अधिक से अधिक प्रचार कर किसानों को लाभान्वित किया जाए. उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में किसानों के लिए 10800 कुंतल ढेंचा बीज की व्यवस्था की गई है इसी तरह 24500 मीट्रिक टन जिप्सम भी मंडी समिति के माध्यम से यूपी एग्रो को उपलब्ध कराया गया है. किसानों को बताया जाए कि इन दोनों के उपयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी और दूसरी खाद एवं उर्वरक की आवश्यकता भी कम रहेगी. कृषि मंत्री ने बताया कि वर्ष 2020 के लिए खरीफ फसलों को 95.1 5 लाख हेक्टेयर में किया जाना है और 235.15 लाख मैट्रिक टन का उत्पादन लक्ष्य है. खरीफ फसलों के लिए 115 783 कुंतल प्रमाणित बीज वितरण का लक्ष्य जबकि 7.39 लाख मीट्रिक टन यूरिया 5.29 लाख मैट्रिक टन डीएपी 1.5 1 लाख मीट्रिक टन एनपीके और 8.34 लाख मैट्रिक टन पोटाश की उपलब्धता सुनिश्चित की जा चुकी है.


ABOUT THE AUTHOR

...view details