लखनऊ: लोहिया अस्पताल का लोहिया संस्थान में विलय हो चुका है. ऐसे में यह अस्पताल अब चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सा शिक्षा विभाग को हैंडओवर हो गया है. लिहाजा, 31 अगस्त को हॉस्पिटल में मुक्त जांच-इलाज की मियाद भी पूरी हो गई. अब सभी पेड सर्विस होनी थी. वहीं चुनाव नजदीक देखकर सरकार कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहती है. ऐसे में छह माह और मुफ्त जांच-इलाज का आदेश दे दिये हैं.
लोहिया अस्पताल (हॉस्पिटल ब्लॉक) के विलय का आदेश 27 अगस्त 2019 को जारी हुआ था. वहीं, लोहिया संस्थान प्रशासन ने छह सितंबर 2019 को अस्पताल को हैंडओवर किया. विलय के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल का बजट रोक दिया. यह अब चिकित्सा शिक्षा विभाग का हो गया है. लिहाजा, 31 अगस्त 2021 से हॉस्पिटल ब्लॉक के 12 विभागों में मुफ्त इलाज पर संकट खड़ा हो गया. सबसे अधिक दिक्कत दवाओं को लेकर रही है. ड्रग कार्पोरेशन ने दवाओं की आपूर्ति बंद कर दी. इससे फार्मेसी सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई. सीएमएस डॉ. राजन भटनागर के मुताबिक शासन को पत्र भेजा गया. अभी 6 माह तक हॉस्पिटल ब्लॉक में मुफ्त जांच-इलाज को सेवाएं मुहैया कराने का आदेश दिया गया है.
लोहिया इंस्टीट्यूट
बेड-350+200
पर्चा-100 रुपए
दवाएं-शुल्क पर
जांचें-शुल्क पर