लखनऊ : बाराबंकी बस हादसे की पुनरावृति न हो, इसे लेकर अब परिवहन विभाग संजीदा हो गया है. चेकिंग अधिकारियों को चेकिंग करने की सख्त हिदायत दी गई है.
परिवहन विभाग की तरफ से इंटरसेप्टर को अलग-अलग दिनों में अधिकारियों को आवंटित कर दिया गया है. परिवहन विभाग मुख्यालय पर तैनात डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (लखनऊ जोन) निर्मल प्रसाद ने इंटरसेप्टर पर अफसरों के ड्यूटी के दिन भी तय कर दिए हैं.
बाराबंकी हादसे के बाद जागा विभाग इंटरसेप्टर पर एआरटीओ, पीटीओ की तैनाती
डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने बताया कि लखनऊ जोन को आवंटित इंटरसेप्टर से ओवरस्पीडिंग एवं ड्रंकन ड्राइवेन की निगरानी की जाएगी. अन्य प्रांतों और उत्तर प्रदेश में पंजीकृत एसी व नॉन एसी बसों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के लिए उपलब्ध इंटरसेप्टर पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
यह भी पढ़ें :यूपी दौरे पर शाह : योगी की शान में पढ़े कसीदे, विपक्षियों पर बोला जोरदार हमला
एक अगस्त से एआरटीओ प्रवर्तन अमित राजन राय, आठ अगस्त से सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) लखनऊ अंकिता शुक्ला को प्रवर्तन कार्य आवंटित किया गया है. 15 से 21 अगस्त तक यात्रीकर अधिकारी आशुतोष उपाध्याय और इसके बाद महीने के अंत तक यात्रीकर अधिकारी लखनऊ योगेंद्र इंटरसेप्टर से चेकिंग करेंगे.
डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर विमल प्रसाद ने बताया कि सभी अधिकारी प्रतिदिन किए गए प्रवर्तन कार्य की सूचना वाहनवार और अभियोग के साथ फोन पर अवगत कराएंगे. साथ ही ई-मेल और व्हाट्सएप पर भी उपलब्ध कराएंगे.
आरटीओ (प्रवर्तन) को भी सौंपी जिम्मेदारी
संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) संदीप कुमार पंकज उक्त आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित कराएंगे. वे अधिकारियों को अगले दिन कराए जाने वाले प्रवर्तन कार्य की योजना एक दिन पहले संबंधित अधिकारी को फोन पर देंगे.
प्रवर्तन कार्य अवधि में सुबह से काम खत्म होने के बीच कम से कम तीन बार संबंधित अधिकारी से बात कर उनसे कार्य प्रगति और उपलब्धियों पर चर्चा करेंगे. साथ ही समस्या होने पर उसकी जानकारी लेकर तत्काल सम्यक मार्गदर्शन व मदद उपलब्ध कराएंगे.