लखनऊ : मोहनलालगंज कोतवाली के सामने नेशनल हाईवे जाम (national highway jam) कर प्रदर्शन करने वाले अधिवक्ताओं के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा (Litigation against advocates) दर्ज किया है. पुलिस वीडियो और फोटो के आधार पर अधिवक्ताओं की पहचान करेगी. हालांकि पुलिस ने शनिवार देर रात मामले से जुड़े दो उप निरीक्षकों के तबादले (transfer of sub inspectors) भी कर दिए हैं. उप निरीक्षक राजकुमार को सरोजनीनगर और विजय कुमार सरोज को सुशांत गोल्फ सिटी थाने भेजा गया है. अधिवक्ताओं के विरोध प्रदर्शन (advocates protest) से लखनऊ प्रयागराज हाईवे (jam on lucknow prayagraj highway) करीब नौ घंटे तक जाम रहा था. वहीं सोमवार को मोहनलालगंज बार एसोसिएशन की आम बैठक में सभी न्यायिक कार्यों से विरत रहने की घोषणा की है. मोहनलालगंज के वकीलों का समर्थन बीकेटी बार एसोसिएशन ने भी किया है.
नेशनल हाईवे जाम कर प्रदर्शन करने वाले अधिवक्ताओं के खिलाफ केस, अब होगा बहिष्कार
लखनऊ प्रयागराज हाईवे पर बीते शनिवार को जाम लगा कर प्रदर्शन करने वाले अधिवक्ताओं के खिलाफ पुलिस की ओर से अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. हाईवे करीब नौ घंटे तक जाम रहा था. वहीं सोमवार को मोहनलालगंज बार एसोसिएशन न्यायिक कार्यों से विरत रहने की घोषणा कर दी है. इसका समर्थन बीकेटी बार एसोसिएशन ने भी किया है.
दरअसल, मामला लखनऊ के मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के मोहनलालगंज कस्बे में शुक्रवार देर रात हुए सड़क हादसे से जुड़ा है. पुलिस के अनुसार शुक्रवार रात (30 दिसंबर) करीब 8 बजे दो अधिवक्ता अपनी कार से रायबरेली से लखनऊ की ओर जा रहे थे. मोहनलालगंज कस्बे में कार से बाइकसवार दो स्वास्थ्यकर्मियों को टक्कर लग गई थी. दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने अधिवक्ताओं को रोकने का प्रयास किया तो उन्होंने लोगों पर कार चढ़ाने का प्रयास किया. इसके बाद लोगों ने कार जबरन रोकवा कर दोनों अधिवक्ताओं की पिटाई कर दी. वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने अधिवक्ताओं को हिरासत में ले लिया. इस प्रकरण में स्वास्थ्यकर्मी सतीश की तहरीर पर अधिवक्ता अश्वनी राठौर और अरुण ओझा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं मेडिकल रिपोर्ट में अधिवक्ताओं के नशे में होने की पुष्टि हुई.
इसी प्रकरण को लेकर शनिवार सुबह (31 दिसंबर) कोतवाली के सामने नेशनल हाईवे जाम (national highway jam) कर मोहनलालगंज बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने कोतवाली का घेराव कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. अधिवक्ता पुलिस पर मुकदमा वापस लेने की बात कह रहे थे और पुलिस पर हिरासत में अधिवक्ताओं को पीटने का आरोप (accused of beating up advocates) लगा रहे थे. प्रदर्शन के दौरान पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच टकराव बढ़ गया और पुलिसकर्मियों से हाथापाई (scuffle with policemen) भी हुई. इसके बाद बड़ी संख्या में अधिवक्ता सड़क पर ही बैठ गए. इससे लखनऊ- प्रयागराज नेशनल हाईवे पर करीब 10 किलोमीटर तक जाम लग गया. जाम में कई एंबुलेंस, बैंककर्मी, स्वास्थ्यकर्मी, छात्र, अभ्यर्थी, सरकारी बसें, स्कूल बसें सभी फंसे रहे. मोहनलालगंज कोतवाली प्रभारी कुलदीप दुबे (Mohanlalganj police station in-charge Kuldeep Dubey) के अनुसार मामले में धारा 147, 149, 188, 283 व 341 IPC के तहत 250-300 अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस अब घटनास्थल के वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अधिवक्ताओं की पहचान करेगी.
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