लखनऊ :उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) को राजधानी लखनऊ में 9 आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी. इस क्रम में एटीएस की टीम ने मलिहाबाद से मिनहाज व मडियांव इलाके के महिबुल्लापुर छोटी मस्जिद के पास से मुशीरुद्दीन उर्फ राजू को गिरफ्तार किया था.
वहीं, एक अन्य व्यक्ति शिराज व उसके भाई रियाज को भी हिरासत में ले लिया गया. हालांकि बाद में शिराज को छोड़ दिया गया. वहीं शिराज की पत्नी व उनके भाई रियाज को नहीं छोड़ा गया है. इसी बीच रिहाई मंच के अधिवक्ता मोहम्मद शोएब भी सिराज के घर पहुंचे. उन्होंने इस गिरफ्तारी को नाटकीय बताया. कहा कि अगर कोई वकील इनका केस नहीं लेता तो वह उनका केस लड़ेंगे. उनको निर्दोष साबित करेंगे.
गौरतलब है कि एटीएस टीम ने इन आतंकियों के पास से एक प्रेशर कुकर बम व एक अर्ध निर्मित टाइम बम बरामद किया. साथ ही आठ किलो विस्फोटक व कई पिस्टल और कई अन्य प्रतिबंधित सामान बरामद किया गया. एटीएस की टीम ने इन आतंकियों को गिरफ्तार करने के साथ ही अन्य चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है.
वहीं, एटीएस की टीम ने सिराज व उनकी पत्नी को भी हिरासत में लिया हैं जिनसे पूछताछ की जा रही है. इसके साथ ही एटीएस ने सोमवार को गिरफ्तार किए गए दो आतंकियों को 19 दिनों की रिमांड के लिए कोर्ट में पेश किया गया है.
आतंकवाद के आरोपी का मुकदमा लड़ेंगे अधिवक्ता शोएब सिराज के साथ उस मकान में उनका बेटा मिनाज भी रहता था. सिराज को एटीएस ने अलकायदा से संबंध होने के अंदेशे में गिरफ्तार कर लिया था और अपने साथ ले गयी थी. उसके पास से एक यूपी-32, एफजे-7244 नंबर की गाड़ी मिली है जो सिराज के नाम पर आरटीओ में रजिस्टर्ड हैं.
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वहीं, सिराज की पत्नी इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में कार्यरत हैं. इसी वजह से उनकी गाड़ी पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का पास लगा हुआ है. वहीं, मडियांव इलाके में मुशीरुद्दीन उर्फ राजू नामक युवक को गिरफ्तार किया गया है जो पहले हसनगंज थाना क्षेत्र के खदरा में रहता था. मुशीर ने खदरा वाले मकान को बेचने के बाद से मड़ियांव इलाके के महबुल्लापुर छोटी मस्जिद के पास मकान लेकर रह रहा था.
यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार आतंकी का मुकदमा लड़ेंगे अधिवक्ता शोएब इसे भी आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है. हालांकि उसके पास से एटीएस टीम को कोई भी विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है. मुशीरुद्दीन प्रॉपर्टी का काम करता था.
काकोरी इलाके में एटीएस की कार्रवाई के दौरान शाहिद नामक युवक फरार हो गया. उसके विषय में शाहीद के घर से चंद कदमों की दूरी पर पंचर की दुकान चला रहे दानिश नामक युवक ने महत्वपूर्ण जानकारी दी है. दानिश ने बताया कि शाहिद दो दिन पहले उसकी दुकान पर आया था. वह काफी जल्दबाजी में लग रहा था.
जानकारी के मुताबिक, शाहिद उर्फ गुड्डू मूलरूप से उन्नाव का रहने वाला है. लखनऊ में मकान खरीदकर 15 सालों से यहां रह रहा था. शाहिद सऊदी में कार मैकेनिक का काम करता था. अभी 8 माह पहले ही अपने घर आया है. शाहिद लखनऊ में कुछ माह पहले आकर गैराज में मैकेनिक का काम कर रहा था.
दानिश के अनुसार उन्होंने गाड़ी का पंचर बनवाने के दौरान एक स्टेपनी के साथ सफारी का टायर मांगा था. उस समय उनके पास सफारी का टायर नहीं था. उसने दूसरे दिन टायर मंगाया और उसके घर लेकर पहुंचा. इसी बीच एटीएस की टीम ने घर पर छापेमारी शुरू कर दी.
आतंकवाद के आरोपियों की करेंगे मदद
इसी बीच रिहाई मंच के अधिवक्ता मोहम्मद शोएब भी सिराज के घर पहुंचे. उन्होंने इस गिरफ्तारी को नाटकीय बताया. कहा कि अगर कोई वकील इनका केस नहीं लेता तो वह उनका केस लड़ेंगे. उनको निर्दोष साबित करेंगे. वहीं, सिराज ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि उसे फंसाया जा रहा है. वो लोग काफी डरे हुए हैं.
पकड़े गए आतंकी वेल ट्रेंड
उधर, एटीएस आईजी डॉक्टर जीके गोस्वामी की मानें तो पकड़े गए दोनों आतंकी ट्रेंड हैं. इन आतंकियों का कनेक्शन सीधा अलकायदा से होना पाया गया है. उन्होंने कहा कि यह आतंकी पहले कश्मीर में एक्टिव थे लेकिन अब यह लोग लखनऊ में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने आए हुए थे. कहा, फिलहाल कुछ अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है.