लखनऊ:प्रदेश में चल रही एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस निजी वेंटीलेटर युक्त एंबुलेंस से भी महंगी सड़कों पर दौड़ रही है. वह भी मरीजों को आसानी से सुलभ नहीं हो पा रही है. जबकि 4 माह पूर्व तक एएलएस एंबुलेंस 6 रुपये प्रति किमी सस्ती चल रही थी. नई कंपनी को काम सौंपे जाने बाद यह दर बढ़ गई है. इसे लेकर मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी से हुई है.
सरकार ने अति गंभीर मरीजों को सुरक्षित तरीके से अस्पताल पहुंचाने के लिए वेंटीलेटर सपोर्ट वाली 250 एंबुलेंस प्रदेश भर में रखी है. हर जिले करीब 3-4 एंबुलेंस का संचालन हो रहा है. सरकारी एडवांस लाइफ सपोर्ट वाली यह एंबुलेंस अब निजी वेंटीलेटर एंबुलेंस से भी महंगी दौड़ रही है. निजी एंबुलेंस प्रति किमी 20-24 रुपए तक ले रहे हैं. जबकि छोटी निजी वेंटीलेटर वाली एंबुलेंस महज 15 से 16 रुपए प्रतिकिमी की दर से चल रही है. जबकि सरकारी एएलएस एंबुलेंस 24 रुपए 95 पैसे प्रति किमी की दर से चल रही है. इससे पहले महज 19 रुपए प्रति किमी के हिसाब से एएलएस एंबुलेंस चल रही थी. पूर्व कंपनी ने एएलएस संचालन करने से मना कर दिया. जिसके बाद एनएचएम व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कई दूसरी कंपनियों के लिए टेंडर कराया. इसमें एएलएस कंपनी को चलाने के लिए एक कंपनी को काम सौंपा गया. जिसकी दर करीब 6 रुपए महंगी होने बाद भी काम सौंपा गया. ऐसे में एएलएस एंबुलेंस सरकार पर हर माह लाखों रुपए का आर्थिक बोझ बढ़ा रही है. वहीं स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. वेदव्रत सिंह का कहना है एंबुलेंस की टेंडर प्रक्रिया एनएचएम जरिए हुई थी. बताया एंबुलेंस संचालन का काम स्वास्थ्य विभाग देख रहा है.
पूर्व दरों पर नहीं चलाई गई एंबुलेंस