लखनऊ: उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सभी 403 निर्वाचन क्षेत्रों के वोट शेयर का विश्लेषण करते हुए रिपोर्ट जारी की है. यूपी इलेक्शन वाच एडीआर के मुख्य संयोजक संजय सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में विधायकों ने कुल मतदान के 47 फीसदी की औसत से जीत हासिल की है. वहीं, 2017 चुनाव में विधायकों ने कुल मतदान के 43 फीसदी की औसत से जीत हासिल की थी. 111 (28 फीसदी) विधायकों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किए गए कुल वोटों में से 50 फीसदी और इससे अधिक वोटों से जीत हासिल की है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 292 (72 फीसदी) विधायकों ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किए गए कुल वोटों में से 50 फीसदी से कम वोटों से जीत हासिल की. 205 में से 51 (25 फीसदी) आपराधिक मामले घोषित करने वाले विधायकों ने 50 फीसदी और इससे अधिक वोट शेयर के साथ जीत हासिल की है. वहीं, 366 में से 103 (28 फीसदी) करोड़पति विधायकों ने 50 फीसदी और इससे अधिक वोट शेयर के साथ जीत हासिल की है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में अगर हम जीत के अंतर की बात करें तो 15 विधायकों ने 1000 से कम मतों के अंतर से जीत हासिल की है. 8 विधायकों ने 40 फीसदी से अधिक अंतर से जीत हासिल की है.
आपराधिक मामले घोषित करने वाले विधायक और उनकी जीत के अंतर की बात करें तो 205 में से 78 आपराधिक मामले घोषित करने वाले विधायकों ने साफ छवि वाले उपविजेताओं के खिलाफ जीत हासिल की है. इनमें 78 में से 3 विधायकों ने 30 फीसदी से अधिक अंतर से जीत हासिल की है. इनमें से निर्वाचन क्षेत्र मेरठ कैंट से बीजेपी के अमित अग्रवाल ने 48 फीसदी के अंतर से जीत हासिल की है. रिपोर्ट में कहा गया कि करोड़पति विधायक और उनकी जीत के अंतर की बात करें तो 366 में से 49 करोड़पति विधायकों ने गैर करोड़पति उपविजेताओं के खिलाफ जीत हासिल की है. इनमें 49 में से 7 विधायकों ने 30 फीसदी से अधिक अंतर से जीत हासिल की है. इनमें से निर्वाचन क्षेत्र गाजियाबाद से बीजेपी के अतुल गर्ग ने 43 फीसदी के अंतर से जीत हासिल की है.