लखनऊ:राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP) के तहत पढ़ाई उच्च शिक्षा में शुरू हो गई है. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती विश्वविद्यालय (केएमसी) में भी एनईपी लागू करने की घोषणा कर दी गई है. इससे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय में स्नातक और परास्नातक में एनईपी लागू की गई थी. अब सत्र 2022-23 में दाखिले एनईपी के तहत होंगे. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में नैक मूल्यांकन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू करने की अपील की थी. उसके बाद इस दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं. प्रदेश में लखनऊ विश्वविद्यालय एनईपी लागू करने वाला पहला संस्थान बन गया है.
लखनऊ विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत होंगे नए सत्र में प्रवेश - कुलपति प्रो. नरेन्द्र बहादुर सिंह
लखनऊ विश्वविद्यालय में स्नातक और परास्नातक में एनईपी के तहत सत्र 2022-23 में प्रवेश होंगे. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में नैक मूल्यांकन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू करने की अपील की थी.
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केएमसी विश्वविद्यालय में एक हफ्ते पहले ही पूर्णकालिक कुलपति प्रो. नरेन्द्र बहादुर सिंह ने पदभार संभाला है. कुलपति ने बताया कि स्नातक और परास्नातक स्तर पर एनईपी को लागू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सत्र 2022-23 के लिए प्रवेश प्रक्रिया पिछले शनिवार से शुरू हुई थी. सभी प्रवेश एनईपी के तहत ही किए जाएंगे.
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में सत्र 2022-23 के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है. प्रवेश निदेशक प्रो. नागेन्द्र यादव ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर और इससे संबंधित महाविद्यालयों में सभी स्नातक-परास्नातक पाठ्यक्रमों में ऑनलाइन आवेदन 20 जून तक किया जा सकता है. एकेटीयू में भी एनईपी 2020 के अनुसार सत्र 2022-23 से ही एमटेक इंटीग्रेटेड पीएचडी का मौका दिया गया है. इससे छात्र को एक ही प्रवेश पर एमटेक और पीएचडी करने का मौका मिलेगा.
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