लखनऊः उत्तर प्रदेश कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका लगा है. रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने अब बीजेपी का दामन थाम लिया है. उन्हें लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. वहीं, आजमगढ़ की संगड़ी विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक वंदना सिंह ने भी भाजपा का दामन थाम लिया.
उत्तर प्रदेश के रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने साल 2019 में पंजाब से कांग्रेस विधायक अंगद सैनी से शादी की थी. बता दें कि अदिति सिंह पूर्व कांग्रेस विधायक अखिलेश सिंह की बेटी हैं. अदिति सिंह के पिता अखिलेश सिंह कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर रायबरेली से पांच बार विधायक रहे थे. उनकी मृत्यु के बाद अदिति सिंह ने बतौर विधायक रायबरेली क्षेत्र की जिम्मेदारी संभाली. उनके भाजपा में जाने की अटकलें बहुत पहले से लगाई जा रही थी. इसी कड़ी में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली.
लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने विधायक अदिति सिंह को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. पार्टी आलाकमान को समय-समय पर वो कई मुद्दों पर नसीहत देती रहीं, साथ ही केंद्र सरकार के कई फैसलों का खुलकर समर्थन किया, जिसके चलते कांग्रेस में उनका स्थान बागी नेताओं में दर्ज हुआ है. अदिति सिंह रायबरेली सदर से विधायक रहे अखिलेश सिंह की बेटी हैं.
अदिति ने यूएसए की ड्यूक यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है. उनके पिता अखिलेश सिंह भी कांग्रेस के लिए सिरदर्द रहे. पूर्व में अदिति प्रियंका की प्रशंसक रहीं. हालांकि बाद में वह कांग्रेस से काफी नाराज होती चली गईं.
कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह और बसपा की विधायक वंदना भाजपा में शामिल हुईं. कांग्रेस और अदिति सिंह की अदावत दिनों-दिन बढ़ती ही चली गई. जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर पीएम मोदी का समर्थन करने पर पार्टी हाईकमान से उनकी तल्खी काफी बढ़ गई थी. हाल में ही कृषि कानून रद होने के बाद उन्होंने प्रियंका गांधी को लेकर बयान जारी किया था. उसमें कहा था कि जब बिल लाए गए तो प्रियंका गांधी को दिक्कत हुई. अब कानून (कृषि कानून) निरस्त होने के एलान के बाद भी उन्हें दिक्कत है, आखिर वह चाहती क्या हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के पार्टी छोड़ने पर भी अदिति सिंह हमलावर हुईं थीं.
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वहीं, आजमगढ़ की संगड़ी विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक वंदना सिंह ने भी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. इस मौके पर स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि पहली बार दो सशक्त महिला विधायक भाजपा में शामिल हो रहीं हैं. एक अखिलेश यादव को आजमगढ़ में टक्कर देंगी वहीं एक रायबरेली में सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को टक्कर देंगी. दोनों का पार्टी अभिनंदन करती है. इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई प्रदेश, उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह मौजूद रहे.
अदिति सिंह बोलीं, महिलाओं को टिकट कांग्रेस का दिखावा
अदिति सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के लिए काम करेंगी. 2024 में रायबरेली संसदीय सीट पर सोनिया गांधी का किस तरह से सामना करना है इस पर भी बात करेंगी. अदिति सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में महिलाओं की बात करना केवल एक दिखावा है. महिलाओं को 40 फीसदी टिकट जो कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस देने जा रही हैं, वह दावा पंजाब में क्यों नहीं किया जा रहा है, यह सवाल प्रियंका गांधी से पूछा जाना चाहिए. उनसे जब पूछा गया कि प्रियंका गांधी कहती हैं कि जो कांग्रेस छोड़कर जा रहा है वह कायर है तो इसके जवाब में अदिति सिंह ने कहा कि इस हिसाब से तो पूरा देश ही कायर है. धीरे-धीरे इस देश में सभी लोग कांग्रेस को छोड़ते जा रहे हैं. उनसे पूछा गया कि क्या वह सोनिया गांधी के खिलाफ प्रचार करेंगी, इस पर वह बोलीं कि बिल्कुल प्रचार करेंगी. 2024 में सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव भी लड़ना चाहेंगी. फिलहाल वह 2022 के चुनाव पर ध्यान केद्रित करे हुए हैं. अदिति सिंह ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बहुत अधिक प्रभावित हैं. उनके और भारतीय जनता पार्टी के बताए हुए रास्ते पर चलते हुए हुए वे आगे बढ़ेंगी.
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