लखनऊः प्रदेश में कोविड-19 की पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है. केन्द्र सरकार जून में प्रदेश को प्राथमिकता से टीकाकरण के लिए वैक्सीन उपलब्ध करा रही है. साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि जिले में टीके का वेस्टेज न हो. बल्कि लोग टीकाकरण के प्रति जागरूक हो. प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने जूम मीटिंग के दौरान अधिकारियों से यह बात कही.
जिलों में वैक्सीन वेस्टेज रोकने की चेतावनी
अपर मुख्य सचिव ने दी चेतावनी, जिलों में वैक्सीन का न हो वेस्टेज - lucknow news
उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन (corona vaccination) जोरों पर है. स्वास्थ्य विभाग इसपर पैनी नजर बनाए हुए हैं. प्रदेश के जिलों में वैक्सीन बर्बाद (wastage of corona vaccine) न हो इसके लिए प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने अधिकारियों और कर्मचारियों को कड़े निर्देश दिए हैं.
बैठक में अपर सचिव अमित मोहन प्रसाद ने 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों का टीकाकरण प्रतिशत बढ़ाने के लिए हर जिले में उनके लिए अलग से सत्र चलाने का निर्देश भी दिया. उन्होंने कोरोना के कम हुए केस को देखते हुए बच्चों के नियमित टीकाकरण को शीघ्र पूरा करने का निर्देश भी दिया. मिशन निदेशक एनएचएम अपर्णा उपाध्याय ने टीकाकरण केन्द्रों को अलग-अलग विभिन्न जगहों पर बदल-बदल कर आयोजित करने का सुझाव दिया. जिससे अलग-अलग जगहों के निवासी लाभान्वित हो सके. बैठक में जिलावार स्थिति की समीक्षा भी की गयी. जिसमें टीकाकरण में पिछड़े जिलों को टीकाकरण में सुधार लाने वैक्सीन का वेस्टेज अधिक कर रहे जिलों को वेस्टेज रोकने की चेतावनी भी दी गयी.
अभिभावक स्पेशल टीकाकरण
उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण में तेजी लाकर जुलाई तक प्रतिदिन 10 लाख नागरिकों का टीकाकरण सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाए. हर जिले को टीकाकरण के लिए निर्धारित लक्ष्य दे दिया जाए. अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने लाल बहादुर शास्त्री भवन (एनेक्सी) स्थित अपने सभाकक्ष में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स की बैठक की. बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी सोमवार दिनांक 7 जून से हर जिले में 2 महिला स्पेशल टीकाकरण सत्र आयोजित किये जायें. जिले की आवश्यकतानुसार 2 से अधिक महिला टीकाकरण सत्र भी आयोजित किया जा सकता है. ये सत्र ‘अभिभावक स्पेशल टीकाकरण’ सत्र की तर्ज पर आयोजित किया जाएगा. इन सत्रों पर सिर्फ महिलाओं का टीकाकरण ही किया जाएगा.
पहले हो जागरूकता अभियान
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि गांवों में टीकाकरण शुरू करने से पहले व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए. उन्होंने कहा नेतृत्व के स्थान पर बैठे भद्रजन, ग्राम प्रधान, धर्मगुरू, स्थानीय विधायक-सांसदों के लिए भी अलग से सत्र का आयोजन कर प्राथमिकता से टीकाकरण किया जाए. जिससे जनता में एक सकारात्मक संदेश प्रचारित हो और नागरिकों में कोविड-19 के टीकाकरण के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो.
बैठक में ये लोग रहें मौजूद
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के समस्त वरिष्ठ अधिकारी तथा जूम पर प्रदेश के समस्त जिलों के सम्बंधित चिकित्सा अधिकारियों सहित डब्ल्यूएचओ, यूनीसेफ और रोटरी क्लब के प्रतिनिधि भी मौजूद रहें.