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अपर मुख्य सचिव ने गन्ना शोध परिषद के कामकाज की समीक्षा की, कही ये बात - sugarcane research council

गन्ना एवं चीनी उद्योग के अपर मुख्य सचिव संजय भुसरेड्डी ने उ.प्र. गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर के कार्यों की समीक्षा बैठक की. इस दौरान अपर मुख्य सचिव ने अभिजनक बीज उत्पादन कार्यक्रम, जैव उर्वरकों एवं बायो पेस्टीसाइड का उत्पादन एवं वितरण, उ.प्र. गन्ना शोध परिषद, शाहजहांपुर की महत्तवपूर्ण उपलब्धियों एवं प्रसार कार्यों की प्रगति के संबंध में भी समीक्षा की.

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Published : Mar 16, 2022, 9:10 PM IST

लखनऊ.गन्ना एवं चीनी उद्योग के अपर मुख्य सचिव संजय भुसरेड्डी ने उ.प्र. गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर के कार्यों की समीक्षा बैठक की. इस दौरान प्रदेश के अपर मुख्य सचिव संजय आर. भूसरेड्डी ने न्यायालय में लंबित वादों, अनुशासनिक कार्यवाहियों, सेवा निवृत्त कार्मिकों की देयताओं, एसीपी, मानव संपदा पोर्टल, रिक्त पदों पर भर्ती, राजस्व सृजन एवं बैलेंस शीट, किसानों के लिए जैव उत्पादों का अधिक उत्पादन आदि विषयों पर समीक्षा की और अफसरों को दिशा निर्देश दिए.

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समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव ने अभिजनक बीज उत्पादन कार्यक्रम, जैव उर्वरकों एवं बायो पेस्टीसाइड का उत्पादन एवं वितरण, उप्र. गन्ना शोध परिषद, शाहजहांपुर की महत्तवपूर्ण उपलब्धियों एवं प्रसार कार्यों की प्रगति के संबंध में भी समीक्षा की. उन्होंने शोध परिषद के वैज्ञानिकों को नियमित रूप से क्षेत्र स्तर पर निरीक्षण और शोध परिषद के व्यय के सापेक्ष आय बढ़ाने के निर्देश भी दिए.

समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव ने कहा कि गन्ना किसानों को रोग व कीट रहित उच्च गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराना हमारी सर्वाोच्च प्राथमिकताओं में एक है. उन्होंने गन्ना शोध परिषद के निदेशक एवं वैज्ञानिकों को निर्देशित करते हुए कहा कि नई गन्ना किस्मों के पर्याप्त बीज किसानों तक त्वरित गति से पहुंचाने के लिए बसंतकाल में अधिकतम अभिजनक बीज पौधशाला अधिस्थापित करायी जाए. इसके लिए चीनी मिल फार्मों का भी उपयोग किया जाए.

भूसरेड्डी ने उर्वरकों के संतुलित उपयोग एवं जैव उवर्रकों को बढ़ावा देते हुए कहा कि अधिक से अधिक किसानों की मृदा का परीक्षण सुनिश्चित किया जाय ताकि किसानों को यह ज्ञात हो सके कि उसके खेत में किस तत्व की कमी है. वह उसकी पूर्ति कर उत्पादन वृद्वि कर सके. शोध परिषद जैव उवर्रकों का उत्पादन कर किसानों को उपलब्ध कराएं.

उन्होंने शोध परिषद को अपनी आय बढ़ाने के लिए जैव उवर्रकों, जैव पेस्टीसाईड एवं ट्राइकोकार्ड का व्यवसायिक उत्पादन करने एवं वैकल्पिक साधनों से आय बढ़ाने के निर्देश दिए. वैज्ञानिकों से कहा कि वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से गन्ना शोध परिषद की आय बढ़ाने का प्रयास करें. मानव संपदा पोर्टल से संबंधित प्रगति की समीक्षा एवं पोर्टल पर रजिस्टर्ड कार्मिकों से संबंधित डाटा फीडिंग कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश भी दिए. साथ ही शोध परिषद अन्तर्गत विभिन्न संस्थानों, केंद्रों के लिए स्वीकृत, भरे एवं रिक्त पदों की समीक्षा की गई एवं वैज्ञानिकों के रिक्त पदों पर भर्ती किये जाने हेतु निर्देशित किया.

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भूसरेड्डी ने सभी वैज्ञानिकों से कहा कि हम सभी लोग किसानों के लिए कार्य करते हैं. इसलिए हमारी पहली प्राथमिकता किसान है. हमारी सभी शोध गतिविधियां किसान हितपरक होनी चाहिए. समीक्षा बैठक के बाद गन्ना समितियों में फार्म मशीनरी बैंक को सुदृढ़ करने के लिए ट्रैक्टर व अन्य उपकरणों की खरीद के संबंध में ट्रैक्टर निर्माता कंपनियों द्वारा लाई गयी मशीनरी एवं ट्रैक्टर्स का डेमों भी दिखाया गया.

समीक्षा बैठक में विशेष सचिव एवं अपर गन्ना आयुक्त प्रशासन डाॅ. रूपेश कुमार, उप्र. गन्ना शोध परिषद के निदेशक वीके. शुक्ल, अपर गन्ना आयुक्त वाईएसमलिक, आरपी. यादव संयुक्त गन्ना आयुक्त वीबी. सिंह, विश्वेश कनौजिया, सम्भागीय विख्यापन अधिकारी राघवेंद्र पांडेय एवं उप्र. गन्ना शोध परिषद के समस्त वरिष्ठ अधिकारी एवं वैज्ञानिक उपस्थित रहे.


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