लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में रोजगार की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने कहा है कि एमएसएमई सेक्टर की इकाइयां प्रदेश के औद्योगिक विकास की रीढ़ हैं. इनकी हरसंभव सहायता की जाए. उद्यमों को पूरी सतर्कता और सावधानी बरतते हुए संचालित कराया जाए. राजस्व वृद्धि से जुड़े प्रकरणों में तेजी से निर्णय लेने के निर्देश दिए गए हैं. ये बातें अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने यूपी में कोरोना वायरस के कारण फैली अव्यवस्थाओं को सुधारने के लिए सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा करने के दौरान बताईं.
मुख्यमंत्री ने की उच्च स्तरीय बैठक
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बुधवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि एंबुलेंस के चालक सहित उनमें तैनात अन्य कर्मियों को ग्लब्स और मास्क अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाएं.
पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें सैनिटाइजर
बैठक में सीएम योगी ने कहा कि नॉन कोविड-19 में इमरजेंसी सेवाओं के संचालन के लिए डॉक्टरों समेत पूरी मेडिकल टीम को संक्रमण से बचाव का प्रशिक्षण दिया जाए. इन्हें सुरक्षा के उपकरण अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाएं. अस्पतालों में मेडिकल इन्फेक्शन से बचाव संबंधित प्रोटोकॉल का पालन कराया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि पीपीई किट एवं एन-95 मास्क, सैनिटाइजर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें.
श्रमिकों को दुग्ध समितियों से जोड़ने के दिए गए निर्देश
सीएम योगी ने प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को दुग्ध समितियों से जोड़ने के निर्देश दिए हैं. श्रमिकों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में दुग्ध समितियों के गठन को लेकर गंभीरता से प्रयास किए जाएंगे. इनके माध्यम से ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा सकते हैं. उत्तर प्रदेश सरकार के फेसबुक पेज पर कोविड-19 से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्ध कराई जाएंगी. सरकार के निर्णय भी इस पर उपलब्ध रहेंगे.
प्रदेश में 1831 कोरोना के एक्टिव केस
वहीं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में इस समय कोरोना के 1,831 एक्टिव केस हैं. 1,080 लोग कोरोना से स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. प्रदेश में अब तक 2,969 संक्रमण के केस सामने आए हैं. प्रदेश के 67 जिलों से संक्रमण के मामले सामने आए हैं. इनमें से छह जिलों में मौजूदा समय में एक्टिव संक्रमण नहीं हैं. प्रदेश में अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है. 1 लाख 5 हजार परीक्षण किया जा चुका है.