लखनऊ : प्रदेश के खस्ताहाल माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति में सुधार के लिए सरकार की ओर से अलंकार योजना की शुरुआत की गई है. इस योजना के तहत प्रदेश के सभी एडेड विद्यालयों को रखा गया है. विद्यालयों को अपग्रेड करने के लिए सरकार की ओर से करीब दो करोड़ का बजट प्रति विद्यालय दिया जाना है. सरकार ने इस योजना के लाभ के लिए माध्यमिक विद्यालयों को अपनी तरफ से कुल राशि का 25% जमा कराने को कहा है. इसके बावजूद राजधानी सहित प्रदेश के हजारों एडेड विद्यालय ऐसे हैं जहां पर विद्यालय प्रबंधक के पास इतना पैसा भी नहीं है कि वह इस योजना के लाभ के लिए 25% की धनराशि भी जमा कर सकें.
विद्यालय के प्रबंधकों का कहना है कि वह इन विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों से किसी तरह की कोई भी शुल्क नहीं लेते हैं. ऐसे में विद्यालय प्रबंध समिति के पास इस योजना के लाभ लेने के लिए इतना बजट नहीं है. ऐसे में जिन विद्यालयों की स्थिति बहुत ही खराब है वह इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन तो करना चाहते हैं पर निर्धारित बजट इकट्ठा करने के लिए वह सहयोग व दान के पैसे इंतजाम करने में जुटे हैं.
राजधानी लखनऊ के चौक इलाके में स्थित श्री दिगंबर जैन इंटर कॉलेज की बिल्डिंग 70 साल से अधिक पुरानी है. इस विद्यालय के कई कमरे एकदम जर्जर व असुरक्षित हो चुके हैं. प्रधानाचार्य ने विद्यालय को रिनोवेट करने के लिए इसे अलंकार योजना में आवेदन करने के लिए प्रबंधन से कहा पर विद्यालय प्रबंधन समिति ने इस योजना के लिए निर्धारित 25% बजट नहीं होने के कारण आवेदन करने में असमर्थता जाहिर कर दी. ऐसे में विद्यालय के प्रधानाचार्य आशुतोष पांडे सहित सभी शिक्षकों को विद्यालय में पढ़ने वाले करीब 200 से अधिक छात्र-छात्राएं अपने विद्यालय को बचाने की मुहिम में जुट गए हैं.