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पहले जैसा कश्मीर देखना चाहता हूं: अभिनेता मुकेश ऋषि - अभिनेता मुकेश ऋषि लखनऊ पहुंचे

बॉलीवुड के तमाम फिल्मों में विलेन का दमदार किरदार निभाने वाले अभिनेता मुकेश ऋषि सोमवार को एक कार्यक्रम के सिलसिले में राजधानी पहुंचे. कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने और अपने फिल्मी करियर के बारे में मुकेश ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

मुकेश ऋषि, अभिनेता

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Published : Aug 20, 2019, 7:24 AM IST

लखनऊ:फिल्मों में लीड किरदार की तारीफ तो की जाती है इसके साथ ही एक विलेन की भूमिका भी काफी सशक्त मानी जाती है. तमाम साउथ इंडियन और बॉलीवुड फिल्मों में विलेन का किरदार निभा चुके एक्टर मुकेश ऋषि एक कार्यक्रम के सिलसिले में सोमवार को लखनऊ आये थे.

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लखनऊ के मेजबानी से हुआ प्रभावित-
अभिनेता मुकेश ऋषि कहते हैं कि मैं लखनऊ पहली बार आया हूं, लेकिन यहां के मेजबानी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ हूं. मैंने सुना है कि यह शहर तहजीब और संस्कृति का मेल है और मैं जानता हूं कि स्वाद के मामले में यह शहर लाजवाब है इसलिए काफी कुछ जानने की कोशिश कर रहा हूं.

अभिनेता मुकेश ऋषि से बातचीत.
आलोचना से ली काम करने की प्रेरणा-किसी भी फिल्म में विलेन के किरदार के लिये शुरुआत में मुझे काफी गालियां सुननी पड़ती थीं. बच्चे मुझे देख कर डर जाते थे और किसी रेस्टोरेंट में जाने पर महिलाएं कहती थीं कि आप देखने में इतने अच्छे लगते हो, लेकिन ऐसे बुरे काम क्यों करते हो. हालांकि मैं इन सबको कांप्लीमेंट के रूप में लेता रहा. मुझे लगता था कि मेरा काम सार्थक हो रहा है और ऐसे ही मैं आगे बढ़ता रहा.

मुंबई से मॉडलिंग की शुरुआत की-
मैं जम्मू कश्मीर में पैदा हुआ. वहां से अपने खानदानी काम को छोड़कर फिजी आईलैंड और उसके बाद न्यूजीलैंड में जा कर रहा. इस दौरान मुझे मॉडलिंग करने का मौका मिला. फिर मुझे लगा कि शायद मैं ऐसे ही काम के लिए बना हूं. मैंने मुंबई वापस आकर एक्टिंग का कोर्स किया और अपने करियर को एक नई दिशा दी.

जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने से हूं खुश-
30 साल पहले कश्मीर ऐसा नहीं था. मैंने ऐसा कश्मीर भी देखा है जब एक सैलानी का अगर बैग छूट जाता था तो आसपास के रहने वाले लोग उस बैग के पास ही रहते थे. जब सैलानी वापस आता था तो उसका सामान सुरक्षित दे देते थे. मैं ऐसा ही कश्मीर दोबारा देखना चाहता हूं जहां पर आने जाने के लिए आपको किसी तरह के सरहद का सामना न करना पड़े. दूसरे देशों की तरह आप कश्मीर में भी घूम सकें.

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