लखनऊ: प्रदेश में कोरोना का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं कोरोना काल में जेईई और नीट परीक्षा कराई जा रही है. इसका समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच जेईई और नीट परीक्षा कराए जाने का विरोध करना सपा छात्रसभा के कार्यकर्ताओं को भारी पड़ गया.
गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने 50 से ज्यादा सपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद हजरतगंज कोतवाली में छात्र सभा के सपा कार्यकर्ताओं पर धारा 188, 353 ,278, 271, 54 आपदा प्रबंधन की धारा तीन और महामारी एक्ट के तहत लगभग 50 से ज्यादा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया है.
दरअसल, गुरुवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को एक खुला पत्र लिखा था. इस पत्र को अखिलेश यादव ने ट्वीट भी किया. इसमें उन्होंने लिखा कि भाजपा अपने दंभ के कारण जानलेवा एग्जाम करा रही है. जान के बदले एग्जाम नहीं चलेगा. अखिलेश यादव ने आगे लिखा था कि अगर दंभी भाजपा को लगता है कि परीक्षार्थियों और अभिभावकों की लोकप्रिय मांग पर जानलेवा एग्जाम करवा रही है, तो केंद्रों के बाहर अपने कैबिनेट मंत्री, सांसद और विधायक तैनात करें. जहां पर कोई भी नियम कानून और SOP नहीं होगा. साथ ही भाजपा सरकार विद्यार्थियों के आने-जाने खाने-पीने और ठहरने का प्रबंध वैसे ही करें, जैसा वह विधायकों की खरीद-फरोख्त के समय करते हैं.
इसके बाद सपा छात्र सभा के कार्यकर्ता लखनऊ में राजभवन का घेराव करने पहुंचे थे. जिसके बाद इस पूरे मामले में हजरतगंज कोतवाली प्रभारी अंजनी पांडे के निर्देश पर पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की. इस दौरान पुलिसकर्मियों की सपा कार्यकर्ताओं से झड़प भी हुई. इसके चलते पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए सपाइयों को राजभवन के सामने हटाया. जिसके बाद इस पूरे मामले में हजरतगंज कोतवाली प्रभारी अंजनी पांडे के निर्देश पर पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कई सपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की. इन सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने धारा 188, 353, 278, 271, 54 आपदा प्रबंधन , धारा 3 महामारी के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई की अखिलेश यादव ने निंदा की. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि JEE, NEET परीक्षा टालने के लिए परीक्षार्थियों के समर्थन में सड़कों पर उतरे सपा कार्यकर्ताओं पर निर्मम लाठी चार्ज घोर निंदनीय है.