लखनऊः जांच के नाम पर लूट करने वालों की अब खैर नहीं. डीएम अभिषेक प्रकाश ने राजधानी के सभी लैबों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें उन्होंने कहा कि डेंगू की जांचों के लिए किसी भी तरह की ओवरचार्जिंग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर किसी लैब या फिर हॉस्पिटल ने डेंगू से पीड़ित मरीज से अधिक धन की वसूली की, तो उसके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. बैठक में जिलाधिकारी ने डेंगू और अन्य जांचों की दरों का भी निर्धारण किया.
इस बैठक में डीएम ने बताया कि डेंगू को भी महामारी की श्रेणी में रखा हुआ है. इसको रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए कोविड की तर्ज पर ही विशेष प्रबंध किए गए हैं. डेंगू और अन्य जांचों की ओवरचार्जिंग के सम्बन्ध में कुछ शिकायतें मिली हुई हैं. जिसके लिए बैठक बुलाई गई है. उन्होंने बताया कि डेंगू की जांचों के लिए किसी भी प्रकार की ओवरचार्जिंग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
लैब की तय होगी जिम्मेदारी
जिलाधिकारी ने बताया कि ओवरचार्जिंग के मद्देनजर कोविड की तर्ज पर ही डेंगू की जांच के लिए जिला प्रशासन द्वारा अधिकतम दरों का निर्धारण किया गया है. कोई भी लैब या फिर हॉस्पिटल निर्धारित दरों से अधिक धन मरीज से नहीं वसूल करेगा. अगर किसी हॉस्पिटल या फिर लैब निर्धारित दर से अधिक वसूली करती है, तो उसके खिलाफ एपेडेमिक एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी ने बताया कि लैब में जाकर जांच करना और घर से सैम्पल कलेक्शन दोनो ही प्रकार की जांचों की दरों का निर्धारण किया गया है. उन्होंने बताया कि महामारी के समय जनता में किसी भी प्रकार का पैनिक न फैलने दिया जाए. सभी लैब अपने यहां आने वाले रोगियों को पूरा सहयोग प्रदान करें. उनसे किसी भी प्रकार की अधिक वसूली नहीं की जाए. जनता में पैनिक फैलने की दशा में सम्बंधित लैब की जिम्मेदारी तय की जाएगी.