लखनऊ : राजधानी के कई ऐसे रूट जहां पर ई-रिक्शा जाम का बड़ा कारण बनते हैं. इससे सुबह से लेकर शाम तक लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ई-रिक्शा जाम की वजह न बने इसी को ध्यान में रखकर तत्कालीन पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर और उसके बाद कमिश्नर रोशन जैकब ने कई मार्गों पर ई रिक्शा के संचालन (e rickshaws plying on restricted Area) पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था. बावजूद इसके बेखौफ होकर ई-रिक्शा संचालक प्रतिबंधित मार्गों पर धड़ल्ले से ई रिक्शा का संचालन कर रहे हैं. अब पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए प्रतिबंधित रूटों पर ई रिक्शा की धरपकड़ शुरू कर दी है.
राजधानी का हजरतगंज इलाका शहर का सबसे पॉश इलाका है. यह क्षेत्र बड़ी संख्या में ई रिक्शा के संचालन से जाम झेलता है. इससे आम जनता के साथ ही वीवीआईपीज भी जाम में फंसते हैं. यही वजह है कि शहर के 11 मुख्य मार्गों पर तत्कालीन पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने ई-रिक्शा के संचालन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया था. कुछ दिन तक तो कार्रवाई कर संचालन नहीं होने दिया गया, लेकिन जैसे ही पुलिस, यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के जिम्मेदार ढिलाई बरतने लगे, ई-रिक्शा संचालक प्रतिबंधित रूटों पर फिर से फर्राटा भरने लगे. इसके बाद मंडलायुक्त रोशन जैकब ने फिर से हिदायत दी कि प्रतिबंधित मार्गों पर ई रिक्शा का संचालन किसी कीमत पर ना हो, फिर भी इन्हीं 11 रूटों पर लगातार ई-रिक्शा का संचालन हो रहा है. अब एक बार फिर से पुलिस ने प्रतिबंधित रूटों पर संचालित हो रहे रिक्शा पर नकेल कसनी शुरू कर दी है. शनिवार को हजरतगंज क्षेत्र में दर्जनों ई-रिक्शा को पकड़कर चालान की कार्रवाई की गई, साथ ही यह भी हिदायत दी गई दोबारा प्रतिबंधित रूट पर चलते दिखाई दिए तो ई रिक्शा सीज कर दिया जाएगा. सभी चालकों का नाम लिखकर करीब दो घंटे बाद छोड़ दिया गया.