लखनऊ: विधानसभा चुनाव के दौरान सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिन अधिकारियों के संपर्क में होने की बात कही थी, उन पर गाज गिरने का आगाज हो गया है. पहली कार्रवाई सोनभद्र डीएम के खिलाफ की गई है. कहने को तो यह एक्शन अनुशासन से जुड़ा है. लेकिन कहीं न कहीं इसके पीछे अखिलेश यादव का वह बयान और योगी सरकार आने के बाद बनाई जा रही ब्लैक लिस्ट भी है. माना जा रहा है कि शासन से लेकर जिलों के स्तर पर ऐसे करीब 20 अफसर हैं, जिन पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है.
अखिलेश यादव के करीबी अफसरों पर गाज गिराने की तैयारी, सूची में इनके हैं नाम..
विधानसभा चुनाव के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जिन अधिकारियों के संपर्क में होने की बात कही थी. उन अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए ब्लैक लिस्ट तैयारी की जा रही है.
अखिलेश यादव चुनाव के अंतिम दौर में कहा था कि भाजपा सरकार में तैनात अनेक अफसर उनके संपर्क में हैं. जो कि यह समझ गए हैं कि सरकार किसकी आएगी. परिणाम आने से पहले लखनऊ सहित कई जिलों में सपा के रंग में साइन बोर्ड और झूले रंगे गए. सपा के राज में बनाए गए प्रोजेक्ट में विकास शुरू किए गए हैं. इसकी वजह से भाजपा सरकार आने के बाद अफसरों की ब्लैक लिस्ट बनानी शुरू की गई है. जिसमें 24 से अधिक अफसरों को शामिल किया गया है. इनको निशाने पर रखा गया है. जिनमें छह अफसर शासन के और बाकी जिले स्तर के अफसर भी शामिल हैं. इन पर अगले एक महीने में एक्शन लिया जाएगा.
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इन अफसरों के नाम धीरे धीरे सामने आ रहे हैं. इसकी जिम्मेदारी कुछ खास अफसरों को शासन स्तर पर दी गई है. इसके अलावा जिलों से भाजपा नेताओं की शिकायतों का भी संज्ञान लिया जा रहा है. इसी आधार ओर डीएम सोनभद्र पर एक्शन लिया गया है.