लखनऊ: मुख्यमंत्री ने पिछले हफ्ते ही स्टेट जीएसटी की बैठक की थी. इसमें कई अनियमितताएं उजागर हुई थीं. तभी से दोनों अफसर उनके रडार पर थे. नीति आयोग की दिल्ली में हुई बैठक के दौरान भी यूपी के स्टेट जीएसटी विभाग से जुड़ी कई शिकायतें मुख्यमंत्री के सामने रखी गई थीं. केन्द्र के जीएसटी विभाग से सामंजस्य की कमी भी एक बड़ा कारण दोनों की शंटिंग (Action against Two State GST officials) की गयी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले हफ्ते हुई स्टेट जीएसटी की बैठक में अनियमितताएं सामने आने के बाद बुधवार को दो अफसरों पर कार्रवाई की. सीएम की नाराजगी के बाद स्टेट जीएसटी के दो अधिकारियों को हटाकर फिलहाल प्रतीक्षारत कर दिया गया. स्टेट जीएसटी की कमिश्नर मिनिस्ती एस के एसएसओ और ज्वाइंट कमिश्नर राजेश चंदेल को हटाया दिया गया है.
बुधवार को स्टेट जीएसटी की कमिश्नर मिनिस्ती एस के एसएसओ और ज्वाइंट कमिश्नर के अलावा वाणिज्य कर सेवा संघ के पूर्व अध्यक्ष कपिल तिवारी को भी हटा दिया गया. कपिल तिवारी लखनऊ के एसी मोबाइल स्क्वावाड-4 में 2019 से तैनात थे. उनके खिलाफ सीएम ऑफिस को शिकायतें मिल रही थीं.
सूत्रों के मुताबिक, कपिल ने हाल ही में एक व्यापारी के ट्रक को जानबूझ कर दो हफ्तों तक रोक कर रखा था. इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ही व्यापारी का ट्रक छोड़ा गया था। इतना ही नही विभागीय सूत्रों ने बताया कि हालही में तबादला नीति में भी इन अधिकारियों ने तबादले में भी जम कर खेल खेला था। जिसकी शिकायत शासन तक पहुंची । फिलहाल वेटिंग में डाले गए इन अफसरों को कोई तैनाती नहीं दी गई।
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