लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए डोर टू डोर सर्वे, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और मेडिकल टेस्टिंग पर जोर दिया है. आईसीयू बेड बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर नगर और लखनऊ में प्रत्येक दशा में संक्रमण का प्रसार नियंत्रित किया जाए. इसके लिए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं एसीएस स्वास्थ्य को लगाया गया है.
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को लोक भवन में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा के दौरान कहा कि कोविड संक्रमित व्यक्ति के उपचार एवं जीवन रक्षा के लिए उसे शीघ्रता से अस्पताल पहुंचाना आवश्यक है. इसमें प्रभावी सर्विलांस की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसलिए सर्विलांस के कार्य को तत्परता से किया जाए.
मुख्यमंत्री ने लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर में कोविड संक्रमण को रोकने के लिए विशेष प्रयास किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा को पांच सितंबर को कानपुर नगर जाकर मौके पर जिले की चिकित्सा व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने कहा कि अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य और अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास लखनऊ की स्थिति की समीक्षा करेंगे. लखनऊ की टीम के साथ केजीएमयू के कुलपति और एसजीपीजीआई के निदेशक को भी मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर नगर तथा लखनऊ में प्रत्येक दशा में संक्रमण का प्रसार नियंत्रित किया जाए. इसके लिए समीक्षा करके कमियां चिह्नित करते हुए उनका निराकरण कराया जाए. कानपुर नगर की समीक्षा करने वाली टीम छह सितंबर को प्रयागराज जाकर स्थिति की समीक्षा करे और कमियों को दूर करे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कारागारों में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं. जेल कर्मियों की भी नियमित जांच की जाए. कैदियों को जेल भेजने से पहले अस्थाई जेल में रखा जाए.
सचिवालय प्रवेश पास व्यवस्था होगी सख्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड को ध्यान में रखते हुए सचिवालय में प्रवेश के लिए अनावश्यक पास जारी न किए जाएं. सचिवालय के प्रवेश पास निर्गत करने की व्यवस्था को सख्त बनाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सचिवालय में प्रमाणित व्यक्तियों का ही प्रवेश हो. मुख्यमंत्री ने पान, गुटखा पर लागू प्रतिबंध को सचिवालय परिसर में कड़ाई से पालन कराने के निर्देश हैं. उन्होंने कहा कि त्वरित निर्णय लेकर कार्यों का निस्तारण किया जाए. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पत्रावली किसी भी दशा में सात दिन से अधिक लंबित न रहे.
विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जीएसटी के अंतर्गत बेहतर राजस्व संग्रह हुआ है. जीएसटी संग्रह में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में पंजीकरण बढ़ाने पर जोर दिया जाए. व्यापारियों को जीएसटी रिटर्न भरने के लिए प्रशिक्षित भी किया जाए. बुनकरों की समस्याओं का व्यावहारिक समाधान सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक ठोस कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत की जाए.
मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देश
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों, मंडलायुक्तों और पुलिस अधिकारियों को उनके कार्यालय में रहकर सुनवाई करने के निर्देश दिए हैं. कोविड के संबंध में उन्होंने बताया कि बहुत बार यह देखने में आया है कि समय पर कोविड के मरीज इलाज के लिए नहीं आ रहे. बुखार, खांसी आने पर वे सूचित नहीं करते हैं. सांस लेने में परेशानी बढ़ने पर ही वे अस्पताल की ओर रुख करते हैं. यह ठीक नहीं है. हल्के लक्षण आने पर ही अस्पताल से सम्पर्क करना होगा, ताकि समुचित इलाज हो सके.
एक दिन में 6193 कोविड के नए मामले
वहीं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 6193 कोरोना के नए प्रकरण सामने आए हैं. मौजूदा समय में प्रदेश में 58595 कोरोना के एक्टिव मामले हैं. एक लाख 90 हजार 818 लोग संक्रमण के पश्चात उपचारित होकर ठीक हो चुके हैं. इस समय 75.37 प्रतिशत रिकवरी का दर है. संक्रमित व्यक्तियों में से 3762 लोगों की मृत्यु हुई है. कल प्रदेश में एक लाख 46 हजार 601 सैम्पल की जांच की गई. अब तक 61 लाख 96 हजार 994 सैम्पल की जांच की जा चुकी है. यह देश में सर्वाधिक है. मौजूदा समय के कुल सक्रिय मरीजों में से 30 हजार 84 लोग होम आइसोलेशन में है.