लखनऊःविपक्ष द्वारा पुलिस की कार्यशैली पर उठाए जा रहे सवाल के इतर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी प्रदेश की कानून-व्यवस्था को बेहतर बताया है. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि कोई भी प्रदेश की कानून- व्यवस्था पर सवाल नहीं कर सकता है और न ही पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि बीते चार साल में प्रदेश में दंगे की कोई घटना नहीं हुई है.
अवनीश अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर पुलिस कड़ी कार्रवाई की है. प्रदेश में पुलिस का नया ढांचा विकसित किया गया है. रविवार को लखनऊ के काकोरी इलाके में अलकायदा के दो आतंकियों की गिरफ्तार पर अवनीश अवस्थी ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक संवेदनशील राज्य है. लिहाजा आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) को अधिक संसाधन उपलब्ध कराया गया है. पूरे राज्य में छापेमारी चल रही है.
बता दें अभी हाल में प्रदेश में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में सत्ता पक्ष और विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच छिटपुट झड़प की खबर आई थी. वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में राजनीति पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसात्मक झड़प देखी गई. जिसके बाद से विपक्ष पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर हमलावर है.
अखिलेश यादव ने शासन-प्रशासन पर उठाया सवाल
रविवार को सपा मुख्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शासन और प्रशासन पर जमकर हमला बोला. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जैसी कोई दूसरी गुण्डा पार्टी नहीं है. भाजपा ने अराजकता के जरिए जबरन जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पदों पर कब्जा किया. मुख्यमंत्री के इशारे पर प्रशासन के साथ मिलकर गुण्डागर्दी की सभी हदें पार कर दी गई हैं. उत्तर प्रदेश में इस स्तर की गुंडागर्दी कभी नहीं हुई है. पंचायत के चुनावों में जनता ने समाजवादी पार्टी को समर्थन दिया, लेकिन भाजपा तथाकथित जश्न मना रही है.
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कांग्रेस ने अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ब्लॉक प्रमुख के नामांकन के दौरान हुई व्यापक हिंसा, नामांकन पत्रों की खरीद में बाधा एवं छीना-झपटी, अपहरण, गोलीबारी की घटनाएं लगभग पूरे प्रदेश में हुई थीं, इसके बावजूद नतदान के दौरान प्रशासन ने एक बार फिर सत्ता के इशारे पर घटनाओं को रोकने की गंभीर कोशिश नहीं की. नामांकन के बाद मकदान के दौरान अमरोहा, हमीरपुर, सिद्वार्थनगर, अयोध्या जनपदों में हिंसक झड़प हुईं. उन्नाव में टीवी पत्रकार द्वारा ब्लॉक प्रमुख चुनाव की धांधली की कवरेज के दौरान जिले के सीडीओ द्वारा स्थानीय नेता के साथ मिलकर पत्रकार की पिटाई बेहद गंभीर विषय है. उन्नाव की यह घटना प्रशासन की संलिप्तता उजागर करती है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने मांग करते हुए कहा कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए.
मायावती ने कहा- प्रदेश में है जंगलराज
बसपा सुप्रीमो व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती रह-रह कर सरकार के कामकाज और कानून-व्यवस्था पर कभी ट्विटर के माध्यम से तो कभी बयान जारी कर सरकार को घेरती रहती हैं. पंचायत चुनाव में महिलाओं के साथ हुई अभद्रता और चंदौली जिले में दलित परिवारों के साथ मारपीट और आगजगी पर उन्होंने ट्वीट कर पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी.
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प्रदेश की पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मायावती ने कहा है कि " यूपी में वर्तमान भाजपा सरकार में भी कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है, जिसके तहत यहां पंचायत चुनाव में हुई असंख्य हिंसा व लखीमपुर खीरी की एक महिला के साथ की गई बदसलूकी भी अति-शर्मनाक. क्या यही इनका कानून का राज व लोकतन्त्र है? यह सोचने की बात है. मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि अब आज़मगढ़ जिले की तरह चन्दौली जिले के बर्थरा खुर्द गांव में भी दलितों के घरों को दबंगों द्वारा उजाड़ना व उत्पीड़न आदि करना क्या यही इनका दलित प्रेम है? व दुःख यह भी है कि अब भी केन्द्र व यूपी सरकार के दलित मंत्री चुप हैं, क्यों? यह अति-चिन्तनीय है.