लखनऊ:राजधानी में 9 अगस्त की रात पुलिस और पुलश तिवारी में मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में पुलश तिवारी के पैर में गोली लगी थी. इस एनकाउंटर में पुलश के परिजनों का कहना था कि पुलिस ने पुलश को घर से गिरफ्तार किया था और बाद में उसे एनकाउंटर बताते हुए गोली मार दी. इस संबंध में एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें 3 लोग एक कार में बैठते हुए नजर आ रहे हैं. जिसमें पुलश तिवारी व 2 पुलिस कर्मचारियों का होना बताया जा रहा है. सीसीटीवी फुटेज को संज्ञान में लेते हुए डीसीपी चारू निगम ने इसके जांच के निर्देश दिए हैं.
एसीपी कैंट बीनू सिंह पुलिस द्वारा किए गए इस एनकाउंटर की जांच करेंगी. डीसीपी चारू निगम ने बताया कि हमें एनकाउंटर को लेकर शिकायत मिली थी. सीसीटीवी फुटेज को लेकर की गई शिकायत को संज्ञान में लेते हुए इस मामले की जांच एसीपी कैंट बीनू सिंह को दी गई है. वीडियो में ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है, जिससे एनकाउंटर को संदिग्ध माना जाए. डीसीपी ने कहा कि शिकायत मिली है, इसलिए जांच के निर्देश दिए गए हैं.
एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने मानवाधिकार आयोग से की थी शिकायत
9 अगस्त 2020 की रात इंदिरा नगर निवासी पुलश तिवारी को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया था. इस दौरान पुलश तिवारी के पैर में गोली लगी थी. नूतन ठाकुर ने इस एनकाउंटर पर सवाल खड़े करते हुए मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर एनकाउंटर की जांच करने की बात कही थी. पुलश तिवारी के हुए एनकाउंटर के मामले में नूतन ठाकुर ने सीसीटीवी वीडियो भी जारी किया था. जिसमें तीन व्यक्ति दिखाई दे रहे हैं, जिसमें दो व्यक्ति एक व्यक्ति को ले जाते हुए नजर आ रहे हैं.