लखनऊः अपराध के मामले में सरकार के तमाम दावों को फेल करती हुई एनसीआरबी की रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 2017 में 28% अपराध बढ़ा है. वहीं महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में 56011 मामले दर्ज किए हैं.
वर्ष 2017 में 56011 महिला अपराध के मामले दर्ज
एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश भर में प्रतिदिन 154 महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध दर्ज किए जा रहे हैं. यह आंकड़ा पिछले 2 वर्ष से अधिक है. उत्तर प्रदेश में वर्ष 2015 में 35908 मामले, 2016 में 49262 मामले और वर्ष 2017 में 56011 महिला अपराध के मामले दर्ज किए गए हैं. अन्य अपराधों की बात करें तो उत्तर प्रदेश में 4324 हत्या, 11444 sc-st, 20770 आर्थिक अपराध, 4971 साइबर क्राइम, 19921 अन्य , 19145 बच्चों के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज किए गए है.
महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध के मामले में यूपी नंबर वनः NCRB रिपोर्ट - रेड ब्रिगेड संस्था
सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ अपराध पर लगाम लगाने के लिए भले ही तमाम दावे पेश करते हों, लेकिन अपराध के मामले में यूपी सबसे आगे है. ताजा आंकड़ों की बात करें तो एनसीआरबी (NCRB) की जारी लिस्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा अपराधिक मामले रिकॉर्ड किए गए हैं.
yogi adityanath
रेड ब्रिगेड संस्था की जिला अध्यक्ष उषा विश्वकर्मा ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति लगातार अपराध बढ़ रहा है. महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध का मुख्य कारण सत्ता में बैठे लोगों की कमजोर इच्छाशक्ति है. जब सत्ता पर बैठे जिम्मेदार ही महिलाओं के प्रति अपराध करेंगे तो अपराध बढ़ेगा ही.
पुलिस का रवैया है लचर
उषा वर्मा का कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस का रवैया भी महिलाओं के प्रति सकारात्मक नहीं है. पहले तो महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को दबाया जाता है. बाद में जब मामला हाईलाइट होता है तो कानूनी दांवपेच की मदद से गुनहगार की मदद की जाती है. जब तक ऐसा चलता रहेगा उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध कम नहीं होंगे. रेड ब्रिगेड संस्था की जिलाध्यक्ष उषा विश्वकर्मा पूर्व राष्ट्रपति से 100 वूमेन अचीवर अवार्ड, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव से रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड विजेता हैं.