लखनऊ: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक अन्य राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की तुलना में उत्तर प्रदेश राज्य में अपराध की स्थिति नियंत्रण में रही है. बता दें कि एनसीआरबी के द्वारा प्रकाशित क्राइम इन इंडिया 2019 के अनुसार भारत वर्ष में कुल 32,25,701 आईपीसी के अपराध पंजीकृत हुए हैं, जिनमें से 3,53,131 आईपीसी के अपराध उत्तर प्रदेश में घटित हुए हैं जो कि देश में ऐसे पंजीकृत अपराधों का 10.9% है. जबकी जनसंख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश की आबादी देश की आबादी का 16. 89% है.
अपराध की स्थिति को समझाने के लिए क्राइम रेट एक बेहतर एवं विश्वसनीय संकेत है. एनसीआरबी के मुताबिक संबंधित वर्ग की प्रति एक लाख जनसंख्या के सापेक्ष अपराधों की संख्या को अपराध दर के रूप में परिभाषित किया है. आपको बता दें कि राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो नई दिल्ली के वर्ष 2013 से 2019 तक के आंकड़ों के अनुसार बलात्कार के अपराधों में उत्तर प्रदेश की स्थिति की बात करें तो वह इस प्रकार हैं.
वर्ष, अपराधों की संख्या, अपराध दर( प्रति एक लाख जनसंख्या)
वर्ष | अपराधों की संख्या | अपराध की दर(प्रति एक लाख जंनसंख्या) |
2019 | 3065 | 2.8 |
2018 | 3946 | 3.7 |
2017 | 4246 | 4.0 |
2016 | 4816 | 4.6 |
2015 | 3025 | 3.0 |
2014 | 3467 | 3.5 |
2013 | 3050 | 3.1 |