लखनऊ : हिन्दू नववर्ष की पहली पूर्णिमा पर 27 अप्रैल को मनकामेश्वर घाट उपवन में आदि गंगा गोमती की आरती हुई. मनकामेश्वर मठ मंदिर की ओर से बनारस की तर्ज पर 11 वेदियों से आरती की गई. आरती से तट का वातावरण भक्तिमय हो गया और कोरोना काल की मायूसी के बीच मन में ऊर्जा का संचार हुआ.
आरती से सकारात्मक ऊर्जा का हुआ संचार महंत ने कोरोना पीड़ितों के स्वस्थ होने की कामना की
महंत ने इस अवसर पर कोरोना पीड़ितों के जल्द स्वस्थ होने और कोरोना के कारण मृत्यु को प्राप्त हुए लोगों की मुक्ति के लिए कामना की. इसके साथ ही हनुमान जयंती के अवसर पर पवनपुत्र हनुमान की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया गया.
11 वेदियों से हुई आरती
महंत देव्यागिरि की अगुआई में संध्याकाल में गोमती तट पर बनी 11 वेदियों पर हरि, शुभम, विजय मिश्रा, विवेक, तरुण, विश्वजीत, मन्नी खरे, गौरव शुक्ला, विमल सिंह, अमन शुक्ला ने आदि गंगा मां गोमती की आरती की. इस अवसर पर पूजन का दायित्व आचार्य अखंड तिवारी ने संभाला. वहीं शंखनाद, घंटे आदि के साथ आरती की गई. कोरोना संकट के कारण भक्तों के बिना यह आरती हुई.
'जरूरतमंदों की करें मदद'
महंत देव्यागिरि ने आह्वान करते हुए कहा कि भक्त घरों पर नियमित रूप से पूजन-अर्चन करें और यथासंभव जरूरतमंदों की मदद करें. कोरोना के कठिन दौर में अपने-अपने आराध्य में आस जगाए रखने का समय है. कोविड-19 के नियमों का पालन करके और सकारात्मकता से यह जंग जल्द ही जीत ली जाएगी.
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