लखनऊ: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री व सपा मुखिया अखिलेश यादव की मुलाकात की घटना ने नए समीकरण की अटकलों का जन्म दिया है. आगामी विधानसभा चुनाव से पहले आप सांसद संजय सिंह और अखिलेश यादव की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. एक तरफ जहां प्रदेश के 53 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए मतदान हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ सपा मुख्यालय पर इन दोनों नेताओं की मुलाकात ने मीडिया का ध्यान आकृष्ट किया है. इस मुलाकात को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. हालांकि संजय सिंह ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया है.
अखिलेश यादव से मिलने सपा कार्यालय पहुंचे आप सांसद संजय सिंह - लखनऊ खबर
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12:40 July 03
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भले ही समय बाकी हो, लेकिन प्रदेश की राजनीतिक हर पल करवट बदलती दिखाई दे रही हैं. प्रदेश की मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने पार्टी कार्यालय आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह पहुंचे हैं
योगी सरकार ने जिला पंचायत चुनाव को अपहृत किया
संजय सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव से हम लोग पहले भी मिलते रहे हैं. एक जुलाई को उनका जन्मदिन था. उस दिन मैं बाहर था. आज मिलकर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं. यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी. इसके और कोई मायने नहीं है. जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव पर उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में 22 जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध चुने जा हो रहे हैं, तो यह सीधे-सीधे जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपहृत किया है.
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विधानसभा में गठबंधन को लेकर नहीं हुई बात
विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर सवाल किया गया तो संजय सिंह ने कहा कि यह मुलाकात केवल शिष्टाचार भेंट थी. इसमें किसी भी गठबंधन और चुनाव को लेकर के कोई चर्चा नहीं की गई है. हालांकि इनके बयान के इतर देखा जाए तो गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही हैं. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव कह चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए वह छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन करके चुनाव मैदान में उतरेंगे. भाजपा के विजय रथ को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी नेतृत्व एक बड़ा मोर्चा उत्तर प्रदेश में तैयार करना चाहता है. अखिलेश यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव के साथ गठबंधन के भी संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा है कि जसवंत नगर सीट पर वह अपना कोई भी प्रत्याशी नहीं उतारेंगे. जसवंत नगर सीट पर ही शिवपाल यादव विधायक हैं. आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन का समाजवादी पार्टी को कुछ सफलता मिले न मिले, यह बाद की बात है लेकिन भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने में मदद जरूर मिलेगी.