लखनऊ: केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में शनिवार की शाम भर्ती हुए एक मरीज में 24 घंटे बाद कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. इसके बाद ट्रामा सेंटर के कैजुअल्टी में कार्यरत सभी कर्मचारी और सिक्योरिटी गार्ड्स समेत लगभग 30 लोगों को आइसोलेट किया गया है.
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में शनिवार की दोपहर 65 वर्षीय मरीज को हाई शुगर, बुखार, खांसी और वायरल की शिकायत के साथ कैजुअल्टी में लाया गया था. इसके बाद शाम को उसे किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्राइएज में भर्ती किया गया. केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. डी हिमांशु ने बताया कि मरीज को ट्रामा सेंटर में ही ट्राइएज में जाने के बाद कही जा रही थी.
इस दौरान उसे ट्रामा सेंटर के मेडिसन विभाग में शिफ्ट किया गया. शनिवार की शाम को ट्राइएज में शिफ्ट किया जा सका. ट्राइएज में आने के बाद उसकी कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की गई. रविवार की शाम इसके जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद, उन्हें इनफेक्शियस डिजीज वार्ड में भर्ती किया गया है. मरीज के साथ दो अन्य तीमारदार भी आए थे, जिन्हें क्वारंटाइन किया गया है. इसके अलावा उनके परिवार की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में दे दी गई है.
25 से 30 लोग हुए क्वारंटाइन
डॉ. हिमांशु ने बताया कि पेशेंट की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. उनके अनुसार वह किसी भी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज या व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं. मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद ट्रॉमा सेंटर के सभी सिक्योरिटी गार्ड्स, स्टाफ नर्स, वॉर्ड बॉय और कैजुअल्टी और ट्रॉमा मेडिसिन विभाग के डॉक्टर्स समेत लगभग 25 से 30 व्यक्तियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है. ट्रामा सेंटर की कैजुअल्टी और मेडिसिन विभाग को सैनिटाइज भी किया जा रहा है.
सूत्रों के अनुसार मरीज केजीएमयू के एनेस्थीसिया विभाग के एक प्रोफेसर की सिफारिश से ट्रामा सेंटर में भर्ती हुआ. कहे जाने के बाद भी ट्राइएज में जाने से इनकार करता रहा. ऐसे में ट्रामा सेंटर में काम कर रहे कर्मचारियों, स्वास्थ्य कर्मियों और पीआरओ समेत सभी की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है.