लखनऊ: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) परीक्षा को केंद्र सरकार ने हरी झंडी दे दी है. ऐसे में डॉक्टर बनने का सपना संजोए अभ्यर्थियों के हौसलों को पंख लग गये हैं. वहीं यूपी के 9 नए मेडिकल कॉलेजों में भी कोर्स का संचालन होने जा रहा है. जिसके कारण यूपी में इस बार देशभर के छात्र-छात्राओं को मेडिकल की पढ़ाई के अधिक अवसर मिलेंगे.
देशभर में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट एक अगस्त को होगा. इसमें लाखों अभ्यर्थियों के शामिल होने की उम्मीद है. परीक्षा में बेहतर रैंक हासिल करने वाले मेधावियों उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में प्रवेश के अधिक अवसर मिलेंगे.
UP के नए मेडिकल कॉलेजों में बढ़ेंगी MBBS की 900 सीटें, छात्रों को मिलेंगे ज्यादा मौके - नीट
यूपी में नौ नए मेडिकल कॉलेज (new medical college) खोले गए हैं. इनमें एमबीबीएस(mbbs) की 100-100 की सीटें होंगी. राज्य में एमबीबीएस की 900 सीटें बढ़ने से देश भर के छात्रों को यूपी में पढ़ने के अधिक अवसर प्राप्त होंगे.
संयुक्त निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ बीडी सिंह के मुताबिक, राज्य में नौ नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं. इनमें एमबीबीएस की 100-100 की सीटें होंगी. मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की मान्यता के लिए कॉलेज के प्राचार्यों ने नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) को आवेदन किया है. इसकी शीघ्र मंजूरी मिल जाएगी. जिसके बाद देशभर के छात्रों के लिए राज्य में एमबीबीएस में प्रवेश के अवसर बढ़ जाएंगे.
15 फीसद सेंट्रल,85 फीसद स्टेट रैंक मान्य
यूपी में एमबीबीएस की कुल सीटों पर 15 फीसद ऑल इंडिया रैंक से सीटें भरी जाती हैं. इन सीटों पर देशभर के छात्रों को अवसर मिलता है. इसके अलावा 85 फीसद सीटों पर स्टेट रैंक से सीट आवंटन की जाती है. यह राज्य के मेधावी होंगे.
इन जिलों में खुले नए मेडिकल कॉलेज
प्रदेश में नौ सरकारी कॉलेज इस वर्ष खुल गए हैं. इनमें प्राचार्यों की नियुक्ति हो गई है. शिक्षकों और कर्मियों की भर्ती के तत्काल निर्देश दिए गए हैं. यह कॉलेज एटा, हरदोई, सिद्धार्थनगर, देवरिया, गाजीपुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर, जौनपुर और मिर्जापुर में हैं.
यूपी में अभी कितनी हैं सीटें
- 22 सरकारी मेडिकल कॉलेज में 2,928 एमबीबीएस सीटें.
- 29 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में 4,159 एमबीबीएस सीटें.
- 01 सरकारी कॉलेज में बीडीएस की 70 सीटें हैं.
- 22 प्राइवेट कॉलेज में बीडीएस की 2200 सीटें हैं.
देश में कितनी हैं सीटें
परिवार कल्याण मंत्री अश्विनी चौबे द्वारा 20 मार्च 2020 को लोकसभा में कार्रवाई के दौरान बताया गया था कि देश में कुल 542 मेडिकल कॉलेज और 313 डेंटल कॉलेज हैं. इनमें कुल 83 हजार 75 एमबीबीएस सीटें हैं. इसके अलावा 26 हजार 949 बीडीएस की सीटें हैं. 52 हजार 720 आयुष की सीटें हैं. वहीं 525 बीवीएससी एंड एएच प्रोग्रामों की सीट पर नीट से दाखिला किये गए थे.