राजनांदगांव:पेड़ जिसकी छाल से बड़ी-बड़ी बीमारी का इलाज किया जाता है, लेकिन अगर किसी इंसान के शरीर का अंग ही पेड़ की छाल में तब्दील हो जाए, तो कोई क्या करे. सुनने में अजीब जरूर लगेगा, लेकिन मोहल्ला विकासखंड के ग्राम कट्टापार का एक परिवार इस गंभीर बीमारी से जूझ रहा है. इस अज्ञात बीमारी से कम उम्र में ही इस परिवार के सात लोगों की मौत हो चुकी है.
कट्टापार वनांचल क्षेत्र में एक ऐसा व्यक्ति है, जिसके शरीर के कुछ हिस्सों को छोड़ के बाकी का शरीर पेड़ की छाल की तरह दिखता है. सबसे बड़ी और गंभीर बात यह है कि इस परिवार की तीन पीढ़ियां इस बीमारी की चपेट में आकर असमय ही काल के गाल में समा चुकी हैं, लेकिन इसका पता ना तो सरकार को चला और न ही स्वास्थ्य विभाग को.
बीमारी से अब तक 7 लोगों की मौत
इस बीमारी के कारण संतराम के हाथ, पैर समेत कमर के नीचे का सारा हिस्सा तेंदू पेड़ की छाल की तरह कठोर हो गया है, जिसकी वजह से उसे अपने पैरों को हमेशा सीधा रखना पड़ता है. जब संतराम से उसकी इस बीमारी के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि उसे यह बीमारी अनुवांशिक रूप से लगी है. इसके पहले उसके पिता थनवार सिंग को ये अजीबो-गरीब बीमारी थी. संतराम ने बताया कि उसके अलावा उसके छह भाई बहनों को भी ये बीमारी थी, जिनकी मृत्यु हो गई.
संतराम का एक 15 साल का बेटा भी है. उसमें भी इस बीमारी के लक्षण देखने को मिले हैं. संतराम को डर लगा रहता है कि कहीं उसके बेटे की बढ़ती उम्र के साथ उसे भी बीमारी जकड़ न ले.