लखनऊ :यूपी में कोरोना कहर बरपा रहा है. हर रोज हजारों मरीज संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में कंटेनमेंट जोन की तादाद लगातार बढ़ रही है. वहीं बुधवार सुबह 7,110 नए मरीज मिले. वायरस के नियंत्रण के लिए एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ आर के धीमन की अध्यक्षता में विशेषज्ञों की टीम का गठन किया गया है. इसमें लोहिया संस्थान के निदेशक, केजीएमयू के कुलपति, अटल यूनिवर्सिटी के निदेशक समेत आईएमए के अध्यक्ष व अन्य एक्सपर्ट शामिल हैं. 14 सदस्यीय डॉक्टरों का समूह कोरोना की दूसरी लहर रोकने के लिए टीम-9 को सुझाव देगी.
पिछली बार की तुलना में इस बार वायरस 30-50 गुना आक्रामक है. ऐसे में संक्रमण जहां तेजी से पैर पसार रहा है. वहीं सप्ताह भर में मरीजों की संख्या कुछ कम हुई है. मगर, अभी भी आफत बरकरार है. यह मरीजों के लिए जानलेवा भी अधिक साबित हो रहा है. मंगलवार को 25 हजार 858 मरीज संक्रमित हुए. जबकि 352 की जान चली गई. इससे पहले सर्वाधिक मौतें 30 अप्रैल को हुई थी, जब 332 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया था. इस दौरान 38 हजार 683 मरीजों ने कोरोना को हराने में कामयाबी हासिल की.
कोरोना के 7 हजार नए मामले, नियंत्रण के लिए बनी टीम
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर जारी है. लगातार लोग संक्रमित हो रहे हैं. बुधवार सुबह सात हजार नए मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई. वहीं वायरस के नियंत्रण के लिए एसजीपीजीआई निदेशक की अध्यक्षता में टीम का गठन किया गया है.
एक लाख कंटेनमेंट जोन, फोन पर मरीज का बताएं हाल
यूपी में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर एक लाख पहुंच गई है. वर्तमान में 2 लाख 80 हजार के करीब एक्टिव केस हैं. सरकार ने लोगों से कोविड-प्रोटोकॉल के पालन की अपील की है. कोरोना से बचाव के लिए बाहर निकलते वक्त मास्क अवश्य लगाएं. बेहद जरूरी हो, तभी बाहर निकलें. कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल तीमारदारों को बताया जाएगा. अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने कहा कि अस्पताल प्रशासन डॉक्टर की ड्यूटी लगाकर तीमारदारों को हर दिन एक बार कॉल कर उनके मरीज के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दें. अब तक एक करोड़ 29 लाख 13 हजार 569 लोगों को टीका लग चुका है.
ये भी पढ़ें:ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत पर इलाहाबाद हाईकोर्ट सख्त, कहा- यह नरसंहार से कम नहीं
ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ी, अस्पतालों में संकट बरकरार
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, राजधानी में सरकार ने मंगलवार को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने में सफलता हासिल की है. सोमवार को जहां 736 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई, वहीं मंगलवार को 788 मीट्रिक टन आपूर्ति की गई. बावजूद इसके राजधानी के निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट बरकरार है. खासकर निजी कोविड अस्पताल व नर्सिंग होम में किल्लत बनी हुई है.
घट रहे मरीज, बढ़ रही मौतें
माह | मरीज | मौत |
1 मई | 30,317 | 303 |
2 मई | 30,983 | 290 |
3 मई | 29,192 | 288 |
4 मई | 25,858 | 352 |